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नई दिल्ली : निर्देशक का पुनर्जन्म, विशाखापट्टनम में होगा अवतरण

- 25 दिन से अधिक समय तक समुद्र में रह सकता है निर्देशक,18 मील प्रति घंटे की रफ्तार

नई दिल्ली, 13 दिसम्बर : भारतीय नौसेना का नया और अत्याधुनिक जहाज ‘निर्देशक’ समुद्री सर्वे के लिए तैयार है। जो हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की सामरिक उपस्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस जहाज की कमीशनिंग रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ बुधवार, 18 दिसम्बर को नौसेना डॉकयार्ड, विशाखापट्टनम में करेंगे।

यह 32 वर्ष तक भारतीय नौसेना की सेवा करने के बाद 19 दिसंबर 2014 को सेवामुक्त हो चुके निर्देशक का पुनर्जन्म है जिसे भारत की समुद्री क्षमताओं को बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। जीआरएसई कोलकाता में निर्मित इस जहाज में 80% से अधिक स्वदेशी सामग्री का इस्तेमाल किया गया है जो जहाज डिजाइन और निर्माण के क्षेत्र में भारत की विशेषज्ञता साबित करती है। साथ ही, भारतीय नौसेना की आत्मनिर्भरता को इंगित करती है।

सर्वे पोत ‘निर्देशक’ के बारे में
इस पोत को हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण करने, नेविगेशन में सहायता करने और समुद्री संचालन का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। लगभग 3800 टन के विस्थापन वाला 110 मीटर लंबा जहाज दो डीजल इंजनों द्वारा संचालित है और अत्याधुनिक हाइड्रोग्राफिक और समुद्र विज्ञान सर्वेक्षण उपकरण से लैस है। जो समुद्र में 25 दिनों से अधिक समय तक रहने और 18 समुद्री मील प्रति घंटे से अधिक रफ्तार क्षमता के साथ देश के जलक्षेत्र का मानचित्रण करने में मदद करेगा।

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