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नई दिल्ली: अब विशेष प्रशिक्षण प्राप्त सिक्योरिटी गार्ड करेंगे एम्स की सुरक्षा

नई दिल्ली: -भीड़ नियंत्रण और कतार प्रबंधन से लेकर आतंकी खतरों से करेंगे आगाह

नई दिल्ली, 18 अगस्त : चिकित्सा उपचार क्षेत्र में अव्वल एम्स दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी अब विशेष प्रशिक्षण प्राप्त सिक्योरिटी गार्ड संभालेंगे। इस सिलसिले में एम्स दिल्ली के 30 सिक्योरिटी गार्डों को दिल्ली पुलिस अकादमी के झड़ौदा कला केंद्र में प्रशिक्षण प्रदान किया गया है जिन्हें जल्द ही ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा।

एम्स की प्रवक्ता डॉ. रीमा दादा ने बताया कि इस प्रशिक्षण का प्रस्ताव मुख्य सुरक्षा अधिकारी कर्नल दिग्विजय सिंह ने एम्स प्रशासन के समक्ष रखा था। प्रस्ताव की महत्ता के मद्देनजर एम्स निदेशक ने मंजूरी दे दी जिसके परिणाम स्वरूप उच्च प्रशिक्षित सिक्योरिटी गार्ड का पहला बैच ड्यूटी के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि सिक्योरिटी गार्डों को सुरक्षा कौशल, निगरानी तकनीक, आगंतुक प्रबंधन, संघर्ष निवारण तकनीक, भीड़ नियंत्रण, कतार प्रबंधन, अग्नि सुरक्षा और निकासी प्रक्रिया, आपदा प्रबंधन, चिकित्सा आपातकालीन सहायता, आतंकवादी खतरे के बारे में जागरूकता, अस्पताल-विशिष्ट प्रोटोकॉल, संवेदनशील क्षेत्रों की सुरक्षा, वीवीआईपी गतिविधियों को संभालना और रोगी अनुरक्षण कर्तव्य का विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।

इसके अलावा स्थानीय अधिकारियों और अस्पताल निकाय के महत्वपूर्ण आपातकालीन फोन नंबर उपलब्ध कराए गए हैं। साथ ही विभिन्न समूहों के प्रति सुरक्षा गार्ड का व्यवहार, कानूनी एवं नैतिक प्रशिक्षण और अधिनियम जैसे विविध विषयों पर सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक उच्च दर्जे की शिक्षा दी गई है। प्रशिक्षण के दौरान शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को विशेष महत्व दिया गया ताकि एम्स के सुरक्षा जवान हर परिस्थिति में सक्षम बने रहें। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य संस्थान की सुरक्षा व्यवस्था को और भी सुदृढ़ बनाना है, जिससे रोजाना आने वाले डॉक्टर, रोगियों, आगंतुकों और एम्स कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकेगी।

कर्नल दिग्विजय सिंह ने बताया कि एम्स दिल्ली की सुरक्षा में 3000 आउटसोर्स सिक्योरिटी गार्डों के साथ 125 स्थायी सिक्योरिटी गार्ड भी तैनात हैं। सभी स्थायी गार्डों को दिल्ली पुलिस अकादमी में तीन सप्ताह का प्रशिक्षण प्रदान किया जाना है। जिसके तहत 30 स्थायी कर्मचारियों ने अपना प्रशिक्षण बीते 6 अगस्त को पूरा कर लिया है।अब इन सभी को एम्स के प्रमुख स्थलों पर तैनात किया जाएगा। दिग्विजय सिंह के मुताबिक सिक्योरिटी गार्डों को नैतिक आचरण और सत्यनिष्ठा, लैंगिक संवेदनशीलता और उत्पीड़न विरोधी, सॉफ्ट-स्किल्स, ग्राहक सेवा शिष्टाचार, टीमवर्क और अनुशासन, घटना रिपोर्ट लेखन के साथ सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करना भी सिखाया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से यह विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम एम्स में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा।

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