
नई दिल्ली, 01 अगस्त : देश के तटीय राज्यों की सुरक्षा को लेकर सचेत भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने शुक्रवार को विशाखापत्तनम स्थित पूर्वी तट मुख्यालय में एक संगोष्ठी का आयोजन किया।
इस दौरान ‘निगरानी, प्रौद्योगिकी और अंतर-एजेंसी समन्वय के माध्यम से तटीय सुरक्षा को सुदृढ़ बनाना’ विषय पर चर्चा की गई। साथ ही तटीय सुरक्षा तंत्र का समग्र मूल्यांकन, तटीय राज्यों और हितधारकों के सामने आने वाली समस्याओं की पहचान और मौजूदा कमियों को दूर करने के उपायों पर विचार-मंथन किया गया। राष्ट्रीय संगोष्ठी की अध्यक्षता गृह मंत्रालय के सचिव (सीमा प्रबंधन) डॉ. राजेंद्र कुमार ने की।
संगोष्ठी में आईसीजी प्रतिनिधियों के अलावा खुफिया ब्यूरो, सीमा शुल्क, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, विभिन्न राज्यों की तटीय सुरक्षा पुलिस, बंदरगाहों, मत्स्य पालन विभागों और अन्य संबंधित एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। साथ ही आईसीजी जहाज और तटीय सुरक्षा संचालन केंद्र का दौरा किया। इस दौरान खुफिया सूचनाओं को एकीकृत करने और देश की समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर पर समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी भी साझा की गई।