
नई दिल्ली, 23 मार्च: स्वदेशी समुद्री जहाज निर्माण के क्षेत्र में तेजी से कदम बढ़ा रहे भारत के जीएसएल ने रविवार को योमन मरीन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, रत्नागिरी में दो नए अपतटीय गश्ती जहाजों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया।
दरअसल, रक्षा मंत्रालय ने 11 अगली पीढ़ी के अपतटीय गश्ती जहाजों (एनजीओपीवी) के स्वदेशी डिजाइन और निर्माण के लिए गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल), गोवा और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई), कोलकाता के साथ बीते 30 मार्च 23 को अनुबंध किया था। इसके तहत सात जहाजों का निर्माण लीड शिपयार्ड जीएसएल और चार जहाजों का निर्माण फॉलो शिपयार्ड जीआरएसई ने करना है।
इस अवसर पर नौसेना के वाइस एडमिरल आर स्वामीनाथन ने बताया कि लगभग 3000 टन के टन भार वाले एनजीओपीवी को तटीय रक्षा और निगरानी, खोज और बचाव कार्यों, अपतटीय संपत्तियों की सुरक्षा और एंटी-पायरेसी मिशनों के लिए डिजाइन किया गया है। यार्ड 1281 और यार्ड 1282 के मुख्य पतवार ब्लॉकों का निर्माण जीएसएल की निर्माण रणनीति के हिस्से के रूप में वाईएमएसपीएल, रत्नागिरी के परिसर में किया जा रहा है।
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