नई दिल्ली: किडनी रोगों में इजाफा कर रहे नमक-चीनी
नई दिल्ली: -नमक से बढ़ रहा बीपी और चीनी से शुगर, दोनों मिलकर खराब कर रहे किडनी

नई दिल्ली, 20 मार्च : देश में किडनी रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जिसके चलते प्रतिवर्ष करीब ऐसे दो लाख नए मरीज सामने आते हैं। जिन्हें किडनी फेल होने के कारण अंग प्रत्यारोपण कराने की जरुरत होती है लेकिन 14 -15 हजार लोगों को ही किडनी मिल पाती है। बाकि लोगों को उम्रभर डायलिसिस पर निर्भर रहना पड़ता है।
यह बातें राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एनटीटीओ) के निदेशक डॉ अनिल कुमार ने वीरवार को विश्व किडनी रोग जागरूकता दिवस पर आरएमएल अस्पताल में आयोजित एक सार्वजनिक व्याख्यान कार्यक्रम में कहीं। कार्यक्रम का उद्घाटन अस्पताल के निदेशक डॉ अजय शुक्ला ने किया। इस अवसर पर आरएमएल के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ मुत्तु कुमार ने बताया कि देश में किडनी रोगों में इजाफा होने के पीछे हमारी बचपन की गलत खान-पान वाली आदतें हैं जो समय के साथ बदल नहीं पाती। इसके चलते लोग भोजन में नमक और चीनी का सेवन सामान्य से अधिक मात्रा में करते हैं जो हाइपरटेंशन, बीपी हाई या लो और शुगर का कारण बनते हैं। यही बीपी और शुगर की समस्या दीर्घावधि में व्यक्ति को किडनी रोग से ग्रस्त कर देती है। अगर हम अपने खान पान की आदतों में बदलाव ले आएं तो किडनी रोगों से बचा जा सकता है।