
नई दिल्ली, 3 अप्रैल : नौ मित्र देशों को समुद्री और बंदरगाह प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए केरल के कोच्चि स्थित दक्षिणी नौसेना कमान में आयोजित भारतीय नौसेना की ‘हिंद महासागर जहाज – सागर’ पहल का वीरवार को समापन हो गया। इसके साथ ही जहाज अपने चालक दल के साथ कर्नाटक के कारवार के लिए रवाना हो गया है जहां रक्षा मंत्री नौसेना के बेड़े को हरी झंडी दिखाकर तंजानिया रवाना करेंगे।
नौसेना के वाइस एडमिरल तरुण सोबती ने बताया कि इस पहल के तहत 9 मित्र देशों के 44 अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षुओं को बुनियादी समुद्री गतिविधियों से लेकर अत्याधुनिक सिम्युलेटर प्रशिक्षण तक का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। ‘एक महासागर एक मिशन’ के आदर्श वाक्य के तहत अंतर्राष्ट्रीय चालक दल को संचार कौशल, अग्निशमन और क्षति नियंत्रण अभ्यास, विजिट बोर्ड सर्च एंड सीज (वीबीएसएस) प्रक्रियाओं और ब्रिजमैनशिप के बारीक पहलुओं से अवगत कराया गया।
एडमिरल सोबती के मुताबिक पिछले दशकों में, भारतीय नौसेना के समुद्री प्रशिक्षण संस्थानों ने 50 से अधिक एफएफसी के 20,000 से अधिक अधिकारियों और नाविकों को प्रशिक्षित किया है, जिसमें प्रारंभिक प्रशिक्षण से लेकर समुद्री विशेषज्ञता और क्षमता को बढ़ाने वाले व्यापार विशिष्ट व्यावसायिक पाठ्यक्रम शामिल हैं।
इसके अलावा, भारतीय नौसेना वर्क अप टीम द्वारा आईएनएस सुनयना के भारतीय नौसेना चालक दल के साथ अंतर्राष्ट्रीय चालक दल को भी समुद्री प्रशिक्षण दिया गया। समुद्री प्रशिक्षण का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय चालक दल को भारतीय नौसेना की प्रणालियों और प्रक्रियाओं के साथ अभ्यस्त बनाना था, ताकि वे आगामी तैनाती के दौरान एक अच्छी तरह से संगठित और एकजुट इकाई के रूप में काम कर सकें।
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