Moradabad: कथावाचक प्रदीप मिश्रा की टिप्पणी पर भड़का कायस्थ समाज, माफी के बाद भी कार्रवाई की मांग तेज

Moradabad: कथावाचक प्रदीप मिश्रा की टिप्पणी पर भड़का कायस्थ समाज, माफी के बाद भी कार्रवाई की मांग तेज
रिपोर्ट: अमित कुमार शुक्ला
प्रसिद्ध शिव कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार मामला भगवान चित्रगुप्त को लेकर की गई उनकी टिप्पणी का है, जिसे लेकर देशभर में कायस्थ समाज में आक्रोश फैल गया है। मुरादाबाद में भी इसका असर देखने को मिला, जहां अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के सदस्यों ने प्रदीप मिश्रा के खिलाफ विरोध दर्ज किया और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। दरअसल, पंडित प्रदीप मिश्रा ने हाल ही में महाराष्ट्र में आयोजित एक कथा कार्यक्रम के दौरान भगवान चित्रगुप्त को लेकर कथित रूप से आपत्तिजनक और अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया। इस बयान से कायस्थ समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। समाज के लोगों का कहना है कि शिव कथा जैसे पवित्र मंच से इस तरह की भाषा का प्रयोग न केवल अनुचित है बल्कि यह सम्पूर्ण कायस्थ समाज का अपमान है।
मुरादाबाद में विरोध के दौरान कायस्थ महासभा के पदाधिकारियों ने कहा कि कथावाचक द्वारा भगवान चित्रगुप्त को ‘मुछनंदर’ और ‘तू-तड़ाक’ जैसी भाषा में संबोधित करना बेहद आपत्तिजनक है। महासभा ने प्रदीप मिश्रा से न केवल सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की बल्कि प्रशासन से उनके खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने और समाज में तनाव फैलाने के आरोप में कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
हालांकि बढ़ते विरोध के बीच प्रदीप मिश्रा ने सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली है, लेकिन कायस्थ समाज इस माफी से संतुष्ट नहीं दिख रहा। समाज का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब मिश्रा किसी विवाद में फंसे हों। पूर्व में भी उनके कथनों को लेकर विवाद उत्पन्न हो चुके हैं, ऐसे में अब केवल माफी से बात नहीं बनेगी। कायस्थ समाज ने चेतावनी दी है कि अगर उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे देशव्यापी आंदोलन का रास्ता अपना सकते हैं। धार्मिक आस्थाओं से जुड़ी किसी भी टिप्पणी को समाज बर्दाश्त नहीं करेगा, चाहे वह किसी भी कथावाचक या मंच से की गई हो।
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