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मेले में आएंगे चार हजार से अधिक निर्यातक

मेले में आएंगे चार हजार से अधिक निर्यातक

अमर सैनी

नोएडा। ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में बुधवार से देश का सबसे बड़ा हस्तशिल्प मेला शुरू होगा। मेले के 58वें संस्करण में 103 देशों के चार हजार से अधिक निर्यातकों ने पंजीकरण कराया है। यह संख्या अब तक की सर्वाधिक है। मेले में 31 सौ से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे। पिछली बार इनकी संख्या 28 सौ के करीब थी।

हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के निदेशक राकेश कुमार ने बताया कि 16 से 21 अक्टूबर तक चलने वाले इस मेले को ऑटम 2024 नाम दिया गया है। इसका उद्घाटन बुधवार को प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना करेंगे। मेले में देशभर के हस्तशिल्पी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। उनकी कला को बड़ा बाजार मिलेगा। उन्होंने दावा किया कि इस बार सबसे अधिक कारोबार की उम्मीद है। माना जा रहा है कि हस्तशिल्पियों को यहां दस हजार करोड़ से अधिक के ऑर्डर मिलेंगे।

यह होगा आकर्षण

तीन हजार से अधिक प्रदर्शक हाउसवेयर, होम फर्निशिंग, फर्नीचर, गिफ्ट एवं डेकोरेटिव, लैंप-लाइटिंग, क्रिसमस एवं फेस्टिव डेकोर, फैशन ज्वैलरी एवं एक्सेसरीज, स्पा एवं वेलनेस, कालीन एवं गलीचे, बाथरूम एक्सेसरीज, गार्डन एक्सेसरीज, एजुकेशन टॉयज एवं गेम्स, हस्तनिर्मित पेपर उत्पाद एवं स्टेशनरी आदि उत्पाद प्रदर्शित करेंगे।

निर्यातकों को मिलेगा बड़ा बाजार: परविंदर सिंह
सहारनपुर वुड कार्विंग एसोसिएशन के उपाध्यक्ष एवं लियो आर्ट इंडिया के मालिक परविंदर सिंह ने बताया कि सहारनपुर से वुड कार्विंग कारोबार से जुड़े 40 से अधिक निर्यातक इस मेले में अपने स्टॉल लगा रहे हैं। उम्मीद है कि उन्हें यहां विदेशों से अच्छे ऑर्डर मिलेंगे। हस्तशिल्पियों का यह सबसे बड़ा मेला है। इससे उन्हें विश्व बाजार मिलता है।

अच्छे ऑर्डर की उम्मीद: मयंक अग्रवाल
सहारनपुर के निर्यातक एवं एआरएम इंटरनेशनल के निदेशक मयंक अग्रवाल ने उम्मीद जताई कि इस बार मेले में उन्हें यूरोप एवं अमेरिका से अच्छे ऑर्डर मिलेंगे। कोरोना के बाद कम हुआ वुड कार्विंग कारोबार फिर से रफ्तार पकड़ेगा। विदेशी ग्राहकों के लिए घर की सजावट के नए-नए सामान बनाए गए हैं। इन्हें लकड़ी और धातु के मिश्रण से बनाया गया है। इनकी मांग अब विदेशों में भी बढ़ रही है।

इजराइल और ईरान से भी आएंगे खरीदार
मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल का दावा है कि युद्ध के बीच भी इजरायल और ईरान समेत अन्य प्रभावित देशों के निर्यातक मेले में आने के लिए तैयार हो गए हैं। लंबे समय से चल रहे इस युद्ध के कारण व्यापार पर भी काफी असर पड़ा है। उम्मीद है कि इस मेले में हस्तशिल्पियों को अच्छे ऑर्डर मिलेंगे।

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