
नई दिल्ली, 21 जनवरी : सेना को जल्द ही 47 स्वदेशी टी-72 ब्रिज लेइंग टैंक (बीएलटी) मिलेंगे। इससे जहां युद्ध, शांति मिशन और आपदा राहत अभियान के दौरान सेना को इमरजेंसी पुलों का निर्माण करने में मदद मिलेगी। वहीं, प्रभावित क्षेत्रों में आवाजाही करने में आसानी होगी।
इस संबंध में रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को भारतीय सेना के लिए 47 बीएलटी यानि टी-72 की खरीद के लिए आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड की इकाई हैवी व्हीकल फैक्ट्री के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इस सौदे के लिए 1,560.52 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। बीएलटी, स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित उपकरण है जो टैंक और बख्तरबंद वाहनों के बेड़े को अभिन्न पुल बनाने की क्षमता प्रदान करता है। इससे युद्ध के मैदान में सेना की गतिशीलता के साथ आक्रामक क्षमता में वृद्धि होती है। इस अवसर पर रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह के साथ रक्षा मंत्रालय और एचवीएफ/एवीएनएल के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
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