l&t chairman S N Subrahmanyan: l&t chairmanएसएन सुब्रह्मण्यन ने हफ्ते में 90 घंटे काम करने की सलाह दी। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इसे लेकर मजाक और तीखी प्रतिक्रिया दी।
l&t chairman S N Subrahmanyan: 90 घंटे काम करने की नसीहत पर छिड़ा विवाद
लार्सन एंड टुब्रो l&t chairman एसएन सुब्रह्मण्यन के “हफ्ते में 90 घंटे काम करने” वाले बयान ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है। यह बयान तब आया जब इंफोसिस के को-फाउंडर ने “हफ्ते में 70 घंटे काम” करने का सुझाव दिया था।
l&t chairman S N Subrahmanyan: यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
सुब्रह्मण्यन का यह बयान कर्मचारियों के काम और जीवन संतुलन को लेकर चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर यूजर्स ने इसे लेकर मजाक और गुस्से भरी प्रतिक्रियाएं दीं।
- उत्कर्ष देवली नाम के एक यूजर ने लिखा,
“हमें 100 घंटे काम करना चाहिए, लेकिन अपने सपनों के लिए, न कि किसी और के सपनों के लिए। अगर आप चाहते हैं कि हम आपके जैसे काम करें, तो हमें आपकी सैलरी भी दें।” - एक अन्य यूजर ने चुटकी लेते हुए कहा,
“अगर आपके कर्मचारी रविवार को अपनी पत्नियों को नहीं घूरेंगे, तो कोई और घूरेगा।” - कुछ यूजर्स ने गंभीर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि 90 घंटे काम करने का सुझाव कर्मचारियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
l&t chairman S N Subrahmanyan: बयान पर बढ़ा विवाद
लोगों ने सुब्रह्मण्यन की उम्र पर सवाल उठाते हुए पूछा,
“यदि एलएंडटी में रिटायरमेंट की उम्र 58 साल है, तो आप 64 की उम्र में अब तक काम क्यों कर रहे हैं?”
कई यूजर्स ने इस बयान को लेकर कहा कि फ्री टाइम में किताबें पढ़ना, फिल्में देखना और व्यायाम करना जैसे शौक बेहतर हैं, न कि केवल काम में डूबे रहना।
l&t chairman S N Subrahmanyan: काम के घंटे और बहस
यह बयान ऐसे समय में आया है जब वर्क-लाइफ बैलेंस और कर्मचारियों के अधिकारों को लेकर चर्चा तेज हो रही है। लंबे काम के घंटे की सलाह ने मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तिगत जीवन पर असर के सवाल खड़े कर दिए हैं।