कई गांवों में 48 घंटों से बिजली गुल, ग्रामीण परेशान
कई गांवों में 48 घंटों से बिजली गुल, ग्रामीण परेशान
अमर सैनी
नोएडा। ग्रेटर नोएडा के गांवों में बिजली की भारी किल्लत देखने को मिल रही है। आलम यह है कि पिछले 48 घंटे से गांव में हाहाकार मचा हुआ है। खूब बिजली की कटौती की जा रही है। इसकी शिकायत एनपीसीएल के अधिकारियों से की गई, लेकिन कोई भी ग्रामीणों की समस्या पर ध्यान देने को तैयार नहीं है। अब ग्रामीणों का गुस्सा फूटता जा रहा है। लोगों में एनपीसीएल के खिलाफ भारी आक्रोश पैदा हो गया है।
डेरिन गांव के प्रिंस का कहना है कि पिछले करीब तीन दिनों से बिजली की भारी समस्या देखने को मिल रही है। पूरे दिन में मात्र 10-12 घंटे बिजली की सप्लाई की जाती है और बाकी समय खूब कटौती होती है। रात के समय सबसे बुरा हाल होता है। रात को 5 मिनट के लिए लाइट आती है और 5 घंटे के लिए गायब हो जाती है। शिकायत के बावजूद कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है। हबीबपुर गांव के निवासी आर्यन चंदेला का कहना है कि पूरी रात बिजली नहीं होने की वजह से तमाम समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हबीबपुर गांव में हजारों लोग रहते हैं, जो सुबह नौकरी के लिए जाते हैं और शाम को वापस आते हैं। वह लोग चाहते हैं कि रात में उनको चैन की नींद मिले, लेकिन एनपीसीएल रात को बिजली कटौती कर लेता है, जिससे भारी संकट पैदा हो जाता है।
एनपीसीएल के अफसर हुए लापरवाह
सुखबीर प्रजापति का कहना है कि सुत्याना गांव में सबसे ज्यादा लोग बिजली का बिल जमा करते हैं। बिजली का बिल जमा करने में कोई देरी नहीं की जाती, लेकिन उसके बावजूद भी बिजली की खूब कटौती हो रही है। पिछली दो रातों से तो हालत बेहद खराब है। जब शिकायत करते हैं तो आधे घंटे के अंदर बिजली सप्लाई करने की बात करते हैं और उसके बाद 5 घंटे तक कोई समाधान नहीं होता। इसकी शिकायत एनपीसीएल के तमाम अधिकारियों से की गई, लेकिन सब अधिकारी मजे में है और उनको ग्रामीणों से कोई मतलब नहीं है। केवल बिजली का बिल लेने पर लोगों की याद आती है। दयाचंद का कहना है कि हमेशा गर्मी से पहले एनपीसीएल अखबारों के माध्यम से यह जानकारी दिलवाता है कि इस बार बिजली की कटौती नहीं होगी और खूब बिजली सप्लाई की जाएगी। यह पिछले 5 सालों से देख रहे हैं, लेकिन हर साल गर्मी में बुरा हाल हो जाता है। आलम यह है कि रोजाना रात को बिजली की कटौती कर ली जाती है। ऐसे में ग्रामीण कहां जाएं? रात को बिजली नहीं होने की वजह से सभी वर्ग के लोग परेशान हैं। खास तौर पर बच्चे और बुजुर्ग गर्मी के मौसम में ज्यादा परेशान हो जाते हैं। इसको लेकर उन्होंने एनपीसीएल को शिकायत दी, लेकिन जिम्मेदार अफसर कोई काम नहीं करना चाहते।