उत्तर प्रदेश : एटीएस ने हापुड़ में जाली भारतीय मुद्रा छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया
एटीएस ने हापुड़ के पिलखुवा क्षेत्र में जाली भारतीय मुद्रा छापने वाले एक अंतरराज्यीय...

Hapur News : एटीएस ने हापुड़ के पिलखुवा क्षेत्र में जाली भारतीय मुद्रा छापने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। गुरुवार, 26 जून 2025 को की गई छापेमारी में गैंग के मास्टरमाइंड गजेंद्र यादव समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
गिरफ्तार आरोपियों में बुलंदशहर के जीवन गीत गजौरी का गजेंद्र यादव, सलेमपुर के रसूलपुर का विजय वीर चौधरी, और नई दिल्ली के गाजीपुर का सिद्धार्थ झा शामिल हैं। गजेंद्र यादव वर्तमान में पिलखुवा के लाखन रेलवे स्टेशन पर तैनात था और दिनेश नगर कॉलोनी में रह रहा था।
बरामद जाली मुद्रा और उपकरण
एटीएस ने छापेमारी के दौरान 3.90 लाख रुपये की जाली मुद्रा बरामद की, जिसमें 500 रुपये के 400 नोट, 200 रुपये के 800 नोट, और 100 रुपये के 300 नोट शामिल हैं। इसके अलावा, दिनेश नगर के एक किराए के फ्लैट से जाली मुद्रा छापने के उपकरण जैसे दो लैपटॉप, तीन प्रिंटर, एक लेमिनेशन मशीन, मेटल पेपर कटर, कटर ब्लेड, छह टेप रोल, दो सिक्योरिटी थ्रेड पेपर, 103 सिक्योरिटी शीट्स, चार स्याही की बोतलें, एक स्याही सोना कोट, तीन डाई, दो स्प्रे, पांच मोबाइल फोन, दो पेन ड्राइव, और एक कार बरामद की गई।
पूछताछ में खुलासे
पूछताछ में पता चला कि विजय वीर चौधरी जाली नोट छापने के लिए विशेष वाटरमार्क और सिक्योरिटी थ्रेड युक्त कागज ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (लिंक उपलब्ध नहीं है) से मंगवाता था। उसके पास से 103 सिक्योरिटी शीट्स बरामद हुईं, जो नोट छापने के लिए तैयार की गई थीं। गिरोह उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में जाली नोटों की सप्लाई कर रहा था।
एटीएस की कार्रवाई
एटीएस को गुप्त सूचना मिली थी कि पिलखुवा के दिनेश नगर कॉलोनी, फरीद नगर रोड पर एक किराए के फ्लैट में जाली मुद्रा छापने का धंधा चल रहा है। सूचना की पुष्टि के बाद एटीएस ने छापेमारी की, जिसमें गजेंद्र और सिद्धार्थ को फरीदनगर-भोजपुर मार्ग से गिरफ्तार किया गया। उनकी कार से जाली नोट बरामद हुए।