गर्मी की चपेट में आकर हजारों मरीज पहुंच रहे अस्पताल, 31 मई तक हीट वेव अलर्ट
गर्मी की चपेट में आकर हजारों मरीज पहुंच रहे अस्पताल, 31 मई तक हीट वेव अलर्ट

अमर सैनी
नोएडा। नोएडा में गर्मी और लू ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। सुबह होते ही आसमान से आग बरसना शुरू हो जाती है, जो देर रात तक जारी रहती है। मंगलवार सुबह दिन निकलते ही आसमान से आग बरस रही है। दूसरी तरफ गर्मी और लू की चपेट में आकर हजारों लोग बीमार पड़ रहे हैं। जिला अस्पताला की ओपीडी में रोजाना 2 हजार के करीब मरीज पहुंच रहे हैं। तापमान भी लगातार बढ़ रहा है। मंगलवार को तापमान देर शाम तक 46 से 47 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। आईएमडी के मुताबिक 31 मई तक हीट वेव रहेगी।
विगत तीन दिनों से रोजाना की ओपीडी करीब 2000 के आसपास की है। अस्पताल में मरीजों की भीड़ है। जिला अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि हीटवेव से लोगों की हेल्थ को खतरा बढ़ जाता है, और उनके कार्डियोवैस्कुलर व इम्यून फंक्शन कई तरह से प्रभावित होते हैं। अधिक गर्मी में ज्यादा समय रहने से इंफ्लेमेशन भी बढ़ सकता है जिससे शरीर में मौजूद इम्यून सैल्स जैसे इंटरल्यूकिन 1 (IL1), मैक्रोफैज और बी लिंफोसाइट्स को नुकसान पहुंच सकता है। इंफ्लेमेशन बढ़ने के साथ-साथ हीट की वजह से उत्पन्न ऑक्सीडेटिव स्ट्रैस कार्डयोवास्क्युलर रोगों और यहां तक की मृत्यु का कारण भी बन सकता है। हीट से संबंधित अन्य कई परेशानियां जैसे हीट के कारण थकावट (हीट एग्ज़ास्शन) और हीटस्ट्रोक भी लंबे समय तक अधिक तापमान में रहने की वजह से पैदा होती हैं। हीट के कारण थकावट के चलते बहुत ज्यादा पसीना आना और कमजोरी महसूस होना आम है जबकि हीटस्ट्रोक के कारण कंफ्यूज़न, मूर्छा आना और आर्गन डैमेज तक की शिकायत होती है। इसलिए जब भी हीटवेव बढ़ जाएं तो अपनी सेहत का अधिक ध्यान रखें, इसके लिए जरूरी है कि शरीर में पानी की कमी न होने दें, ठंडे स्थान पर रहें और लंबे समय तक अधिक गर्मी में न रहें क्योंकि इनका स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
जरूरी काम होने पर घर से निकलें
डॉक्टरों ने बताया कि बहुत जरूरी काम होने पर ही घर से निकलें। बाइक पर सफर करने वाले लोग भी जरूरत पड़ने पर ही बाहर जाएं। इसके अलावा कार में बैठने से पहले ऐसी ऑन करने के बाद शीशे खोल दे। कुछ मिनट ठहरने के बाद ही कार में बैठे। बहुत जरुरी काम होने पर ही घर से बाहर निकले। हवा की रफ्तार सात से 5 किमी प्रतिघंटा रहेगी। न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रहेगा
हीटवेव के दौरान ऐसे रखें खुद को सुरक्षित
जितना हो सके इंडोर रहें, खास तौर से दिन के सबसे अधिक गर्म घंटों में इस बात का ख्याल रखें। शरीर को आरामदायक बनाए रखने के लिए हल्के, ढीले कपड़े पहने जिससे हवा का आवाजाही बना रहे और बाहर जाना यदि जरूरी हो तो जितना संभव हो सके छाया में ही रहें।
गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें, इसलिए खुद को हाइड्रेट रखें, पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करते रहें। प्यास महसूस नहीं होने पर भी कुछ न कुछ पीते रहें। ऐसा करने से शरीर में हाइड्रेशन लेवल सही रहेगा। घर में पंखों और एयर कंडीशनिंग का प्रयोग करें जिससे घर के अंदर ठंडक बनी रहे। हीट संबंधी हेल्थ समस्याओं के लक्षणों को पहचानने, जैसे कि हीट एग्ज़ॉस्शन और हीटस्ट्रोक के बारे में जानकारी होना महत्वपूर्ण है।