मांगों को लेकर 2000 कर्मचारी हड़ताल पर गए
मांगों को लेकर 2000 कर्मचारी हड़ताल पर गए

अमर सैनी
नोएडा। मांगों को लेकर नोएडा प्राधिकरण के श्रमिक संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले 2000 से अधिक अस्थाई संविदा कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। इस हड़ताल का असर शहर की सफाई, बिजली संबंधी कार्यों, उद्यान, जलकल कार्यों पर देखने को मिला। दोपहर में कर्मचारी प्राधिकरण के मुख्य मार्ग पर टेंट लगाकर बैठक कर गए। साफ कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक धरना समाप्त नहीं होगा। इस मामले को लेकर जल्द ही प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी।
दरअसल, नोएडा प्राधिकरण में 2.5 प्रतिशत नीति के तहत 4571 कर्मचारी कार्यरत हैं। संघ के अध्यक्ष बृजभान चौधरी ने बताया कि मांगों से संबंधित पत्र कई बार अधीनस्थ अधिकारियों को दिए जा चुके हैं। इसके बाद भी मांगों पर कोई काम नहीं हुआ। मजबूरन हमें प्रदर्शन करना पड़ रहा है। बृजभान ने बताया कि हम सभी को प्राधिकरण में सेवा करते हुए 30 साल से अधिक हो गए हैं। हमारा वेतन नोएडा प्राधिकरण द्वारा सीधे हमारे खातों में डाला जाना चाहिए। अगर ठेकेदार के माध्यम से आता है तो वह 2.5 प्रतिशत कमीशन लेता है। इससे प्राधिकरण को नुकसान हो रहा है। सभी कर्मचारियों को जल्द से जल्द ग्रुप पैनल द्वारा क्लेम पॉलिसी और मेडिकल सुविधा मुहैया कराई जाए। ताकि बीमारी की स्थिति में कर्मचारी पैनल के किसी भी अस्पताल में इलाज करा सके। कर्मचारी को बीमा की सुविधा मिलनी चाहिए। किसी भी स्थिति में मृत्यु होने पर आश्रित परिवार को कम से कम 10 लाख रुपए की सहायता मिलनी चाहिए। 60 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति और भविष्य को ध्यान में रखते हुए नियमित कर्मचारियों की तरह सेवानिवृत्ति के समय कर्मचारी को ग्रेच्युटी और पीएफ राशि के लिए कम से कम तीस लाख रुपए का चेक दिया जाना चाहिए। अन्यथा आश्रित को नौकरी दी जानी चाहिए। निम्न आय वर्ग के कर्मचारियों को अपने बच्चों की उच्च शिक्षा और शादी के लिए आसान किस्तों पर कम ब्याज पर तीन से पांच लाख का ऋण उपलब्ध कराया जाना चाहिए।