Delhi Crime: दिल्ली के शाहदरा में फायरिंग की दो बड़ी घटनाएं, पुलिस परिवारों के नाम से मचा हड़कंप

Delhi Crime: दिल्ली के शाहदरा में फायरिंग की दो बड़ी घटनाएं, पुलिस परिवारों के नाम से मचा हड़कंप
रिपोर्ट: रवि डालमिया
दिल्ली के शाहदरा जिले में तीन दिनों के भीतर फायरिंग की दो बड़ी घटनाओं ने इलाके में सनसनी फैला दी है। इन मामलों ने न केवल स्थानीय निवासियों को दहशत में डाल दिया बल्कि पुलिस विभाग में भी हलचल मचा दी है क्योंकि दोनों घटनाओं का सीधा संबंध पुलिसकर्मियों के परिवारों से जुड़कर सामने आया है। गीता कॉलोनी थाना क्षेत्र में दो राउंड फायरिंग हुई थी। वहीं इससे पहले 14 और 15 अगस्त की मध्यरात्रि को शाहदरा थाना क्षेत्र में पांच राउंड गोलियां चलाई गईं। इस गोलीबारी में घायल युवक अखिल पंवार शाहदरा थाने के स्टाफ क्वार्टर में रहता है और उसके पिता दिल्ली पुलिस में तैनात हैं।
डीसीपी शाहदरा प्रशांत गौतम के अनुसार 14 एवं 15 अगस्त की मध्यरात्रि को तिकोना पार्क, नवीन शाहदरा में यह फायरिंग हुई। रात करीब 1 बजकर 43 मिनट पर पुलिस स्टेशन शाहदरा को एक पीसीआर कॉल मिली, जिसमें शिकायतकर्ता रिधम सूरमा ने बताया कि नवीन शाहदरा पुलिस स्टेशन के पीछे गौरव नगर नामक युवक और उसके छोटे भाई सौरव नगर ने उसके दोस्त को बुलाकर गोली मार दी है। घायल की पहचान 27 वर्षीय अखिल पंवार निवासी शाहदरा के रूप में हुई, जिसे तुरंत मैक्स हॉस्पिटल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि अखिल को चार गोलियां लगी थीं।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपित गौरव नगर और सौरव नगर सगे भाई हैं, जो मोहन पार्क, नवीन शाहदरा के रहने वाले और स्वर्गीय सुरेंद्र नगर के पुत्र हैं। घटना के समय दोनों मौके से फरार हो गए थे। उनके खिलाफ हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया कि गोलीबारी का कारण आपसी विवाद था। दरअसल रात करीब 1 बजकर 7 मिनट पर शाहदरा पुलिस क्वार्टर के पास अखिल और आरोपित भाइयों के बीच कहासुनी हो गई थी। इस दौरान अखिल द्वारा अपशब्द कहने पर विवाद बढ़ गया और आरोपियों ने पिस्टल निकालकर फायरिंग कर दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार घायल अखिल पंवार शाहदरा थाने का घोषित ‘बीसी’ (Bad Character) है, जबकि आरोपितों के पिता दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल रहे थे। इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया है क्योंकि दोनों पक्ष सीधे तौर पर पुलिस परिवार से जुड़े हुए हैं। डीसीपी गौतम ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित कर छापेमारी की जा रही है। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि घटना में इस्तेमाल हथियार कहां से आया था और उसे कैसे हासिल किया गया।