नई दिल्ली, 10 नवम्बर : 6वें ग्लोबल अमेरिकन एकेडमी ऑफ इम्प्लांट डेंटिस्ट्री और 12वें वर्ल्ड कांग्रेस फॉर ओरल इम्प्लांटोलॉजी सम्मेलन का रविवार को समापन हो गया। तीन दिवसीय इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ने दुनिया भर के इम्प्लांट डेंटिस्ट्री के विशेषज्ञों, पॉलिसी मेकर्स और प्रोफेशनल्स को एक मंच पर लाकर डेंटल इंप्लांट की तकनीकी प्रगति और रोग-केंद्रित नवाचारों पर चर्चा की।
इस अवसर पर सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. शंकर अय्यर,ने कहा, हम इम्प्लांट डेंटिस्ट्री के नए प्रयोगों से उत्साहित हैं, जो रोगियों के जीवन को बेहतर बनाने में सहायक हैं। इन तकनीकी सुधारों से इम्प्लांट प्रक्रिया अधिक सटीक, सुरक्षित और प्रभावी हो गई है। गुरु गोबिन्द सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति और दंत शल्य चिकित्सक डॉ. महेश वर्मा ने कहा, इस सम्मेलन में लगभग 1200 दंत चिकित्सकों व तकनीशियनों ने हिस्सा लिया और देश विदेश से आए लगभग 45 विशेषज्ञों से दंत चिकित्सा देखभाल संबंधी नवाचारों को सीखा। जिससे उन्हें दंत चिकित्सा देखभाल के भविष्य को नया आकार देने में मदद मिलेगी। इस इंप्लांट डेंटिस्ट्री के महाकुंभ में वैश्विक भागीदारी और डेंटल क्षेत्र के नवाचार का बोलबाला रहा। समापन समारोह में डिप्लोमैट और मास्टर फेलोशिप के प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए।