भारत

Dehradun: वर्धा स्थित महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की प्रोफेसर प्रीति सागर ने कहा भारत भाषाई विविधता का अप्रतिम उदाहरण

Dehradun: देहरादून कन्या गुरुकुल में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस

Dehradun: गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के देहरादून कन्या परिसर के हिंदी विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस के अवसर पर ‘मातृभाषा एवं समावेशी शिक्षा’ विषय पर अतिथि व्याख्यान (वर्चुअल माध्यम) तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में महाराष्ट्र के वर्धा में स्थित महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की प्रो. (डॉ) प्रीति सागर ने मातृभाषा एवं समावेशी शिक्षा विषय से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं से स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी शोध छात्राओं को अवगत कराया। कार्यक्रम की आयोजक डॉ निशा यादव ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने मातृभाषा, समावेशी व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सतत विकास लक्ष्यों 2030 व नई शिक्षा नीति 2020 में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। अतः यह आवश्यक है कि इसके सकारात्मक पक्षों से छात्राओं को अवगत कराया जाए। परिसर की समन्वयक प्रो हेमन पाठक ने छात्राओं को बताया कि आधुनिकता की दौड़ में हमने कहीं न कहीं अपनी भाषाओं को पीछे छोड़ दिया है लेकिन हमें समय रहते जागरूकता का परिचय देते हुए अपनी भाषाओं के संरक्षण व संवर्द्धन के लिए आगे आना चाहिए।

मुख्य वक्ता प्रोफेसर प्रीति सागर ने कहा कि 21 फरवरी एक ऐतिहासिक दिन है जिसकी पृष्ठभूमि में बांग्लादेश की शहादत की कहानी है। उन्होंने बताया कि मातृभाषा मनुष्य के सामाजिक व बौद्धिक विकास के साथ ही मनुष्य की सामाजिक व सांस्कृतिक आधार प्रदान करती है। प्रो प्रीति ने बताया भारत भाषाई विविधता का अप्रतिम उदाहरण है अतः हमें कुछ ही भाषाओं के इर्द गिर्द सिमटने के बजाय अपनी मातृभाषाओं को अपने ज्ञान विज्ञान एवं चिंतन मनन का माध्यम बनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि भाषाओं के संरक्षण हेतु राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर अनेक सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन सभी भी बहुत सारी भाषा व बोलियां हैं जो लिपिबद्ध नहीं हैं इसके लिए भी हमें समय रहते प्रयास करने चाहिए। इस अवसर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने गढ़वाली, कुमाऊनी, राजस्थानी, अंगिका, नेपाली, मुंडारी, भदरवाई, अहीरवाटी व पंजाबी भाषा में लोकनृत्य, लोकगीत, भाषागत शब्दावली व लोकोक्तियों व मुहावरों द्वारा भाषा संबंधी अपने विचारों को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में छात्राओं ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यक्रम में प्रो. निपुर सिंह, डॉ नीना गुप्ता, डॉ सविता सिंह, डॉ ममता यादव, डॉ रीना वर्मा, डॉ अर्चना डिमरी, डॉ रचना चौहान, डॉ अंजुलता,डॉ नेहा के साथ ही शोधार्थी व छात्राएं उपस्थित रहीं।

Realme GT 6 भारत में लॉन्च होने की पुष्टि। अपेक्षित स्पेक्स, फीचर्स, और भी बहुत कुछ

Related Articles

Back to top button