Cyber Fraud Noida: आईजीएल गैस बिल के नाम पर ठगी, स्वास्थ्य विभाग के रिटायर्ड निदेशक से करीब दो लाख रुपये उड़े

Cyber Fraud Noida: आईजीएल गैस बिल के नाम पर ठगी, स्वास्थ्य विभाग के रिटायर्ड निदेशक से करीब दो लाख रुपये उड़े
नोएडा में साइबर ठगों ने एक बार फिर शातिर तरीके से एक रिटायर्ड वरिष्ठ अधिकारी को अपना शिकार बना लिया। स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त अतिरिक्त निदेशक के साथ आईजीएल गैस बिल जमा कराने के नाम पर करीब दो लाख रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर थाना सेक्टर-113 पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सेक्टर-113 थाना क्षेत्र के सेक्टर-76 स्थित आम्रपाली सिलिकॉन सिटी में रहने वाले डॉक्टर राजेश्वर कुमार वत्स, जो स्वास्थ्य विभाग से रिटायर्ड अतिरिक्त निदेशक रह चुके हैं, को मंगलवार रात उनके मोबाइल फोन पर एक मैसेज प्राप्त हुआ। इस मैसेज में दावा किया गया था कि आईजीएल गैस कंपनी का भुगतान बकाया है और यदि तुरंत भुगतान नहीं किया गया तो गैस कनेक्शन काट दिया जाएगा। मैसेज के बाद एक कॉल भी आई, जिसमें खुद को गैस कंपनी का प्रतिनिधि बताने वाले व्यक्ति ने जल्द भुगतान का दबाव बनाया।
गैस कनेक्शन कटने के डर से डॉक्टर वत्स ने कॉल करने वाले व्यक्ति की बातों पर भरोसा कर लिया। आरोप है कि जालसाज ने बातचीत के दौरान उनसे उनके डेबिट कार्ड से जुड़ी गोपनीय जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद साइबर ठगों ने उनके बैंक खाते से एक लाख 97 हजार 245 रुपये की रकम निकाल ली। जब खाते से पैसे कटने का मैसेज आया, तब पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ।
घटना के बाद डॉक्टर वत्स ने तुरंत थाना सेक्टर-113 पहुंचकर लिखित शिकायत दी। थाना प्रभारी कृष्ण गोपाल शर्मा ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर साइबर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की गहन जांच की जा रही है। पुलिस बैंक ट्रांजैक्शन, कॉल डिटेल्स और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर ठगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान कॉल या मैसेज पर व्यक्तिगत और बैंक से जुड़ी जानकारी साझा न करें। खासकर गैस, बिजली या अन्य यूटिलिटी बिल के नाम पर आने वाले कॉल्स की पहले आधिकारिक माध्यम से पुष्टि जरूर करें, ताकि इस तरह की साइबर ठगी से बचा जा सके।
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