लेडी हार्डिंग अस्पताल में 930 बिस्तर क्षमता के साथ आईपीडी ब्लॉक हुआ चालू
-सुचेता कृपलानी अस्पताल में ऑक्सीजन की सुविधा में किया गया 3 गुना इजाफा

नई दिल्ली, 11 अप्रैल (टॉप स्टोरी न्यूज नेटवर्क): लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और सुचेता कृपलानी अस्पताल में इलाज के लिए जाने वाले मरीजों के लिए राहत भरी खबर आई है, जिसके तहत अस्पताल के नए आईपीडी ब्लॉक के साथ दुर्घटना एवं आपातकालीन ब्लॉक भी अब पूर्ण रूप से चालू हो गया है। इससे जहां दीर्घ उपचार की जरुरत वाले मरीजों को 930 बिस्तर क्षमता वाले नए ब्लॉक में भर्ती किया जा सकेगा। वहीं, विभिन्न प्रकार की दुर्घटनाओं में चोटिल और गंभीर रूप से बीमार लोगों को 24 घंटे इलाज मिल सकेगा। इसके अलावा भविष्य में कोविड जैसी महामारी या अन्य आपदा से निपटने के लिए नए ब्लॉक के प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा भी मुहैया कराई गई है।
एलएचएमसी के चिकित्सा निदेशक डॉ सुभाष गिरि ने वीरवार को बताया कि आंतरिक रोगी विभाग में 3 टेस्ला एम.आर.आई. सिस्टम और केंद्रीय प्रयोगशाला भी पूरी तरह से कार्यात्मक हो गईं हैं। यहां नया 3 टेस्ला एम.आर.आई.मशीन लगाई गई है जो सीमेंस वी.आई.डी.ए सिस्टम-नवीनतम सॉफ्टवेयर और उन्नत अनुप्रयोगों के साथ उच्च रिज़ॉल्यूशन इमेजिंग तैयार करती है, जिससे उच्च गुणवत्ता वाली स्कैन छवियाँ मिलती हैं। इनसे हम न केवल संरचनात्मक इमेजिंग बल्कि कार्यात्मक इमेजिंग भी कर सकते हैं और एम.आर. एंजियोग्राफी, एम.आर. स्पेक्ट्रोस्कोपी, डिफ्यूजन एम.आर.आई. आदि जैसे विशेष एम.आर.आई. अध्ययन भी कर सकते हैं। यह सुविधा हर वक्त (24×7) उपलब्ध है।
डॉ गिरि ने बताया कि आई.पी.डी. ब्लॉक की केंद्रीय प्रयोगशाला पूरी तरह से स्वचालित एवं अत्याधुनिक प्रयोगशाला है। यह 24 घंटे सात दिन काम करती है ताकि रोगियों को कम से कम समय में परीक्षण रिपोर्ट प्रदान कर सके। ओ.पी.डी. नमूना संग्रह भी भूतल पर बनाया गया है। इस लैब में पैथोलॉजी व हेमटोलॉजी से संबंधित सभी परीक्षण की सुविधा उपलब्ध है। जिनमें पेरिफेरल स्मीयर, कोगुलेशन प्रोफ़ाइल, मूत्र विश्लेषण और आणविक अध्ययन के साथ पूर्ण हेमोग्राम, जीवरसायन से- जैसे रक्त शर्करा, यकृत कार्य परीक्षण, किडनी फ़ंक्शन परीक्षण, थायरॉयड फ़ंक्शन परीक्षण, इलेक्ट्रोलाइट्स, हार्मोनल परख , प्रजनन प्रोफ़ाइल, इंसुलिन , ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन आदि शामिल हैं। जल्द ही सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग में एच.आई.वी. परीक्षण और परामर्श के एकीकृत केंद्र को केंद्रीय प्रयोगशाला में स्थानांतरित किया जाएगा।
डॉ गिरि ने कहा भविष्य में कोविड जैसी महामारी या किसी अन्य ऐसी आपदा से निपटने के लिए श्रीमती सुचेता कृपलानी अस्पताल में ऑक्सीजन की सुविधा को 3 गुना बढ़ाया गया है। वहीं, आई.सी.यू. आपातकालीन सेवाओं और अन्य क्षेत्रों सहित कुल 930 बिस्तरों को ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए एक नई मेडिकल गैस पाइपलाइन प्रणाली भी स्थापित की गई है। अस्पताल के बुनियादी ढांचे, सुविधाओं और उपकरणों के साथ जनशक्ति में वृद्धि की गई है।