उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा में दमघोंटू हुई हवा
उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा में दमघोंटू हुई हवा
अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा।पिछले 24 घंटे में नोएडा का वायु प्रदूषण 57 प्रतिशत बढ़ गया। गुरुवार को एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में रहा। इस मौसम में सेक्टर-125 का एक्यूआई पहली बार 400 के पार चला गया। सुबह से ही आसमान में स्मॉग बनने से हवा दमघोंटू हो गई। सामान्य लोगों को भी गले में दिक्कत और खांसी की परेशानी हुई। नोएडा का एक्यूआई एक दिन पहले यानी बुधवार को 236 दर्ज किया गया था। गुरुवार को यह 372 रहा। 24 घंटे में एक्यूआई 136 अंक बढ़ गया। ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 330 रहा। दोनों शहरों का एक्यूआई इस मौसम में पहली बार इतना अधिक दर्ज किया गया।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के सभी छह स्थानों पर पीएम 2.5 और पीएम 10 का अधिकतम स्तर 500 तक पहुंच गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी रितेश तिवारी ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण नियमों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना किया गया। प्राधिकरण की मदद से पानी का छिड़काव, सड़कों की सफाई समेत कई अन्य कार्य किए जा रहे हैं। हॉट स्पॉट पर विशेष निगरानी की जा रही है। वाहनों और नियमों की अनदेखी से प्रदूषण बढ़ा : ग्रेटर नोएडा-नोएडा एक्सप्रेसवे पर वाहनों का दबाव और जाम के कारण वाहनों का धुआं वायु प्रदूषण को बढ़ा रहा है। वहीं यहां निर्माण कार्य भी धड़ल्ले से चल रहे हैं, जिसमें मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एक निजी विश्वविद्यालय जुर्माना भी ठोका है। वहीं, पुस्ता रोड पर धूल उड़ने से भी यहां वायु प्रदूषण बढ़ा है। ये स्थान हॉट स्पॉट हैं। सेक्टर-125 का एक्यूआई 413 रहा सेक्टर-125 का एक्यूआई सबसे अधिक 413 दर्ज किया गया। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के अन्य स्थानों का एक्यूआई 400 से कम रहा। अक्तूबर में 13 दिन का एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में रहा। वहीं, एक दिन गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। यहां की हवा सात दिन खराब, तीन दिन संतोषजनक, पांच दिन मध्यम श्रेणी में रही। एक दिन मशीन खराब होने के कारण रिपोर्ट नहीं मिली।
नोएडा और ग्रेनो में अलग-अलग स्थानों का एक्यूआई
सेक्टर-1 : 368 सेक्टर-62 : 340 सेक्टर-116 : 375 सेक्टर-125 : 413 नॉलेज पार्क थ्री : 343 नॉलेज पार्क फाइव : 333
ये लापरवाही हो रहीं
इमारतों के निर्माण कार्य के दौरान नियमों की अनदेखी की जा रही -पिछले एक हफ्ते में कई स्थानों पर छोटे-छोटे कूड़ों के ढेर में आग लगाई गई -प्रत्येक दिन शहर के कई स्थानों पर जाम लगा, जिससे वाहनों का धुआं बढ़ा -सिर्फ मुख्य सड़कों पर ही पानी का छिड़काव हो रहा सांस रोगियों की संख्या में इजाफा जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. अजय राणा का कहना है कि दस दिनों से सांस रोगियों की संख्या 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ गई है। खासकर अस्थमा अटैक के मामले सामने आ रहे हैं। कई मरीजों को आईसीयू में भर्ती किया गया है। जिन लोगों को पहले से सांस की बीमारियां हैं, ऐसे मरीज सबसे ज्यादा परेशान हैं। वायु प्रदूषण बढ़ने पर सामान्य लोगों को भी खांसी आदि दिक्कत आ रही है। बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है। सुबह और शाम लोग अधिक समय तक व्यायाम करने से बचें। सांस से संबंधित बीमारियों के मरीज जरूरत पड़ने पर ही बाहर जाएं। सामान्य लोगों को भी बाहर जाने की स्थिति में मास्क का उपयोग करना चाहिए। पौष्टिक भोजन करें, पानी का सेवन भी खूब करें।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए किए गए इंतजाम
नोएडा प्राधिकरण ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए 14 टीमें बनाईं -20 टैंकरों और 10 ट्रक माउंटेड एंटी स्मॉग गन से प्रतिदिन 120 किलोमीटर पानी का छिड़काव -14 स्वीपिंग मशीनों से 340 किलोमीटर सड़कों की सफाई -पांच टैंकरों से सेंट्रल वर्ज पर लगे पौधों की धुलाई -निरीक्षण के दौरान नियम के खिलाफ कार्य करने वालों पर जुर्माना नोएडा और ग्रेटर नोएडा के पांच दिनों का एक्यूआई : अक्तूबर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, 30, 372, 330, 29, 236, 259, 28, 290, 296, 27, 327, 284, 26, 324, 278, सेक्टर-125 में प्रदूषण मापक उपकरण ठीक हुआ सेक्टर-125 में लगाए गए वायु प्रदूषण मापक यंत्र ने गुरुवार सुबह से काम करना शुरू कर दिया। एक दिन पहले यह खराब था, जिससे यहां की एक्यूआई रिपोर्ट नहीं मिल पाई थी। इस मौसम में सेक्टर-125 नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सबसे अधिक वायु प्रदूषित स्थान रहा है। इस स्थान के आसपास अक्टूबर में 14 दिन तक एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में रहा है।
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