Ayurvedic Cancer Treatment: आयुर्वेदिक दवाओं से आंत के कैंसर उपचार में एआईआईए की बड़ी प्रगति, इंटीग्रेटिव कैंसर केयर के लिए त्रिपक्षीय समझौता

Ayurvedic Cancer Treatment: आयुर्वेदिक दवाओं से आंत के कैंसर उपचार में एआईआईए की बड़ी प्रगति, इंटीग्रेटिव कैंसर केयर के लिए त्रिपक्षीय समझौता
नई दिल्ली। आयुर्वेदिक चिकित्सा के आधार पर आंत के कैंसर (कोलोरेक्टल कार्सिनोमा) के इलाज को वैज्ञानिक रूप देने की दिशा में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (AIIA) ने महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। गोवा स्थित एआईआईए के चौथे स्थापना दिवस पर आयोजित विशेष वर्कशॉप में इंटीग्रेटिव ऑन्कोलॉजी के लिए एक व्यवहारिक और प्रमाण-आधारित प्रोटोकॉल विकसित करने पर गहन चर्चा की गई। भारत में पहली बार इस तरह का सुव्यवस्थित प्रयास आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के संयुक्त उपचार मॉडल को मजबूत बनाने की दिशा में बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
वर्कशॉप में देशभर के प्रतिष्ठित ऑन्कोलॉजी विशेषज्ञों, वरिष्ठ वैद्यों और मेडिकल छात्रों ने हिस्सा लिया। विशेषज्ञों ने आंत के कैंसर के उपचार में आयुर्वेदिक दवाओं, पंचकर्म, आहार प्रबंधन, तनाव नियंत्रण और आधुनिक नैदानिक तकनीकों के संयुक्त उपयोग के संभावित परिणामों पर प्रकाश डाला। उनका कहना था कि इंटीग्रेटिव प्रोटोकॉल कैंसर मरीजों की रिकवरी, जीवन गुणवत्ता और उपचार के दुष्प्रभावों को कम करने में बेहद लाभकारी साबित हो सकता है।
AIIA दिल्ली के निदेशक प्रो. (वैद्य) पी. के. प्रजापति ने बताया कि एआईआईए गोवा को हाल ही में NABH मान्यता मिली है, जो गुणवत्ता और सुरक्षा के उच्च मानकों का प्रतीक है। इस उपलब्धि के बाद संस्थान में 25 विशेष आउटडोर विभाग (OPDs) सेवाएं शुरू की जा चुकी हैं—जिनमें मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सा, नशा मुक्ति, मधुमेह, आपात सेवाएं, क्रिटिकल केयर यूनिट और कई मल्टीडिसिप्लिनरी विभाग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद आधारित इंटीग्रेटिव कैंसर केयर भविष्य की चिकित्सा प्रणाली का एक मजबूत स्तंभ बनने जा रही है।
एआईआईए गोवा की डीन प्रोफेसर सुजाता ने बताया कि संस्थान ने स्वास्थ्य सेवा निदेशालय, टाटा मेमोरियल सेंटर और एडवांस्ड सेंटर फॉर ट्रीटमेंट, रिसर्च एंड एजुकेशन इन कैंसर (ACTREC) के साथ एक महत्वपूर्ण त्रिपक्षीय समझौता किया है। इसके माध्यम से उपचार, शोध, प्रशिक्षण और शिक्षा के क्षेत्रों में व्यापक सहयोग की योजना है। इस संयुक्त कार्यक्रम से प्राप्त जानकारियों का उपयोग इंटीग्रेटिव कैंसर केयर मॉडल को विकसित करने में किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मेडिकल वैल्यू ट्रैवल को बढ़ावा देने के लिए भी एआईआईए गोवा तेजी से आगे बढ़ रहा है। अब तक 233 विदेशी मरीजों ने OPD सेवाओं का लाभ लिया है, जबकि 16 अंतरराष्ट्रीय मरीज IPD सुविधाओं के लिए आए हैं। स्वास्थ्य मूल्यांकन स्क्रीनिंग और डेंटल सेवाओं जैसे दो नए OPD भी हाल ही में शुरू किए गए हैं।





