Atishi takes charge as Delhi CM; दिल्ली के सीएम पद की जिम्मेदारी संभालते हुए आतिशी ने रामायण के ‘राम-भरत’ किस्से का इस्तेमाल किया
कार्यभार संभालने के बाद आतिशी ने अपनी भूमिका की तुलना भरत की पौराणिक कथा से की, जिन्होंने भगवान राम के वनवास के दौरान अयोध्या पर शासन किया था।
पिछले हफ़्ते सीएम पद से हटने वाले अरविंद केजरीवाल को हाल के महीनों में काफ़ी राजनीतिक और कानूनी दबाव का सामना करना पड़ा। आतिशी के मुताबिक, “बीजेपी ने उनकी छवि खराब करने के लिए हरसंभव कोशिश की, झूठे मामले दर्ज किए और उन्हें छह महीने तक जेल में रखा।” दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े एक मामले में सुप्रीम कोर्ट से ज़मानत मिलने के बाद केजरीवाल ने इस्तीफ़ा दे दिया। उन्होंने इस हफ़्ते की शुरुआत में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया था।
कैबिनेट पोर्टफोलियो बरकरार
अपनी नई भूमिका संभालने के बाद आतिशी केजरीवाल सरकार में संभाले गए 13 अहम विभागों की देखरेख करना जारी रखेंगी। इनमें शिक्षा, वित्त, राजस्व, बिजली और लोक निर्माण विभाग (PWD) शामिल हैं। अपनी ज़िम्मेदारियों के अलावा, साथी मंत्री सौरभ भारद्वाज अब स्वास्थ्य, पर्यटन और कला और संस्कृति सहित आठ विभागों का प्रबंधन करते हैं।
नवनियुक्त मंत्री मुकेश अहलावत श्रम, एससी/एसटी, रोजगार और भूमि एवं भवन विभागों के लिए जिम्मेदार होंगे, जबकि गोपाल राय विकास, पर्यावरण और सामान्य प्रशासन की देखरेख की अपनी भूमिकाएं बरकरार रखेंगे। कैलाश गहलोत परिवहन, गृह, प्रशासनिक सुधार और महिला एवं बाल विकास का प्रबंधन करना जारी रखेंगे।
आगामी चुनौतियाँ
आतिशी की सरकार का कार्यकाल छोटा है, क्योंकि अगले साल फरवरी में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं। उनके नए मंत्रिमंडल में लंबित परियोजनाओं और पहलों की एक लंबी सूची है, जिन्हें चुनाव से पहले संबोधित करने की आवश्यकता है।
अपने कार्यकाल की संक्षिप्तता के बावजूद, आतिशी ने सरकार का नेतृत्व करने और उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारियों को पूरा करने की अपनी क्षमता पर विश्वास व्यक्त किया।