Agra Ramleela: राम जन्म से ताड़का वध तक, रामलीला महोत्सव में भक्ति और रोमांच का संगम

Agra Ramleela: राम जन्म से ताड़का वध तक, रामलीला महोत्सव में भक्ति और रोमांच का संगम
रिपोर्ट: आकाश जैन
आगरा: ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस-2 स्थित रामलीला पार्क में चल रहे श्रीरामलीला महोत्सव में बुधवार रात्रि को श्रद्धा, भक्ति और रोमांच का अद्भुत संगम देखने को मिला। मंच पर श्रीराम जन्म, विश्वामित्र आगमन और ताड़का वध जैसे पौराणिक प्रसंगों का दिव्य मंचन किया गया, जिसने उपस्थित श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ “जय श्रीराम” के उद्घोष से हुआ। पहला दृश्य भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का था, जिसे अत्यंत भव्यता के साथ प्रस्तुत किया गया। जैसे ही रामलला के जन्म का दृश्य मंचित हुआ, अयोध्या नगरी में उल्लास की लहर दौड़ गई और मंच से पुष्प वर्षा के साथ दर्शकों की तालियों की गूंज ने वातावरण को राममय बना दिया। इसके बाद मुनि विश्वामित्र के आगमन और राजा दशरथ से राम-लक्ष्मण को वन भेजने की अनुमति का दृश्य मंचित हुआ। इस प्रसंग ने गुरु भक्ति, मर्यादा और श्रीराम के आदर्शों की जीवंत झलक दर्शकों को दिखाई।
रात्रि का सबसे रोमांचक दृश्य ताड़का वध का रहा, जब श्रीराम ने विश्वामित्र के आदेश पर ताड़का का वध किया। इस क्षण सम्पूर्ण परिसर “जय श्रीराम” के नारों से गूंज उठा। दर्शकों ने इस साहसिक दृश्य पर जोरदार तालियों के साथ उत्साह व्यक्त किया। समिति ने बताया कि बृहस्पतिवार को “सीता स्वयंवर”, “धनुष यज्ञ” और “परशुराम-लक्ष्मण संवाद” का मंचन किया जाएगा, जिनमें श्रीराम व लक्ष्मण की वीरता, मर्यादा और विनम्रता के अप्रतिम दर्शन होंगे।
कार्यक्रम में श्रीरामलीला महोत्सव समिति के संस्थापक श्री बालकिशन गुप्ता, सह-संस्थापक प्रदीप कुमार शर्मा, अध्यक्ष डॉ. नौनिहाल सिंह कुशवाह, मुख्य संरक्षक पंकज गुप्ता (ABP न्यूज़ ब्यूरो चीफ), कार्यकारिणी अध्यक्ष एडवोकेट संतोष धाकरे, सचिव गिर्राज प्रसाद पाठक, महामंत्री देवेंद्र गुप्ता, कोषाध्यक्ष डॉ. पप्पू गहलौत, राजीव चतुर्वेदी, शेर सिंह कुशवाह और चौ. वीरेन्द्र सिंह सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे। महोत्सव में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। श्री बाल हनुमान आदर्श रामलीला मंडल, मथुरा-वृंदावन द्वारा प्रस्तुत इस लीला का सफल मंचन रामलीला मंचन प्रभारी पं. दिनेश चंद्र शास्त्री के निर्देशन में संपन्न हुआ।