अब आयुर्वेद के क्षेत्र में भी होगा AI का प्रयोग
- अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ने एमिटी विश्वविद्यालय संग किया एमओयू
नई दिल्ली, 9 अगस्त : आयुर्वेद अनुसंधान एवं शिक्षा के क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) को बढ़ावा देने के लिए एमिटी विश्वविद्यालय और अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) ने वीरवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) साइन किया।
इस समझौते के तहत छात्रों के क्षमता निर्माण के साथ अकादमिक उत्कृष्टता और प्रशिक्षण को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही आयुर्वेद संबंधी शिक्षा और शोध के क्षेत्र में प्रोद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाएगा जिससे मरीजों को काफी लाभ होगा। इसके अलावा शैक्षणिक, अनुसंधान और प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए छात्रों और फैकल्टी का आदान -प्रदान किया जाएगा। एमओयू पर एआईआईए निदेशक प्रो. तनुजा नेसरी और एमिटी यूनिवर्सिटी के संयुक्त रजिस्ट्रार आशा प्रेमनाथ ने हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर तनुजा नेसरी ने कहा कि हमारा संस्थान प्रधानमंत्री के विजन 2047 विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है और ये एमओयू इस दिशा में महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा। आपसी ज्ञान और शोध को साझा करके हम विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि ये एमओयू एमिटी यूनिवर्सिटी के साथ पिछले पांच वर्षों से चले आ रहे समझोता ज्ञापन का विस्तार है। इस अवसर पर शालाक्य तंत्र विभाग की अध्यक्ष प्रो. मंजूषा राजगोपाला, एमएस प्रो.आनंद रमन शर्मा पीवी और द्रव्यगुण विभाग की एसोसिएट प्रो. शिवानी घिल्डियाल मौजूद रहे।