उत्तर प्रदेश, नोएडा: लोन ऐप में तकनीकी खराबी के कारण बैंक खाते में दिखे थे अरबों रुपये
उत्तर प्रदेश, नोएडा: लोन ऐप में तकनीकी खराबी के कारण बैंक खाते में दिखे थे अरबों रुपये

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, नोएडा।ऊंची दनकौर निवासी दिवंगत महिला गायत्री के यूपीआई के माध्यम से बैंक खाते में अचानक दिखाई देने वाली खरबों रुपये की रकम एक तकनीकी गड़बड़ी निकली। असल में उसके खाते का बैलेंस जीरो था। इस मामले में दनकौर पुलिस की ओर से की गई पड़ताल में पता चला कि एक लोन ऐप के कारण डिजिटल गड़बड़ी होने के चलते यूपीआई में गलत राशि दिखाई दे रही थी। मंगलवार को भी दनकौर में यह मामला लोगों के लिए चर्चा का विषय बना रहा।
दो माह से दिवंगत महिला का खाता ग्रेटर नोएडा के कोटक महेंद्रा बैंक में है। महिला के खाते को यूपीआई के जरिए उसका बेटा दीपक चला रहा था। खाते में जीरो बैलेंस होने के कारण बैंक अधिकारियों ने उसके खाते को फ्रीज कर दिया था। मंगलवार को पुलिस ने युवक को बुलाकर जांच पड़ताल की। जांच में सामने आया है कि युवक ने मोबाइल में एक लोन ऐप इंस्टाल कर रखा था। ऐप में कोई तकनीकी खराबी के कारण उसके खाते में गलत डिजिट दिखाई दे रही है।
कई तरह के चल रहे लोन एप
डिजिटल बैंकिंग करने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि इंटरनेट पर कई नामों से लोन ऐप चल रहे हैं। ऐप डाउनलोड कराने के लिए मोबाइल पर कैश बैक, बिना किसी कागजी कार्रवाई के लोन देने जैसे लालच लोगों दिए जाते हैं। ऐप डाउनलोड कर लोग यूपीआईडी से अटैच कर लेनदेन शुरू कर देते हैं। इस तरह का ऐप एक बैंक एजेंट की भूमिका का काम करता है। ऐप में गड़बड़ी के चलते दीपक की मां के खाते में यह 37 अंकों वाली डिजिट राशि दिखाई दे रही थी।
युवक की मां के खाते में जीरो बैलेंस है। 7 दिन पहले खाते को फ्रीज कर दिया गया था। उनके बैंक खाते में कोई रकम नहीं आई है। किसी ऐप से उसका खाता जुड़ा हुआ है। वहां 37 डिजिट की रकम दिखने की जानकारी मिली है।
-अभय कुमार, शाखा प्रबंधक कोटक महिंद्रा बैंक, ग्रेटर नोएडा
बैंक प्रबंधक से युवक के बैंक खाते की जानकारी जुटाई गई हैं। उसके खाते में कोई बैलेंस नहीं दिख रहा है। युवक के मोबाइल ऐप में तकनीकी खराबी के कारण मोबाइल पर रकम दिख रही है। – मुनेंद्र सिंह, कोतवाली प्रभारी
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