उत्तर प्रदेश : मुड़िया मेला में भक्तों की भीड़, परिक्रमा मार्ग में नहीं रही पैर रखने की जगह, गलियों में नजर आए श्रद्धालुओं के सिर ही सिर
गोवर्धन में चल रहे मुड़िया पूर्णिमा मेला में भक्तों का सैलाब उमड़...

Mathura News :(सौरभ) गोवर्धन में चल रहे मुड़िया पूर्णिमा मेला में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। यहां के हर रास्ते श्रद्धालुओं से पैक हैं। भक्तों की भीड़ ऐसी कि परिक्रमा मार्ग में पैर रखने की जगह नहीं बची। 21 किलोमीटर के परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाली गलियों में तो स्थिति यह है कि यहां भक्तों के केवल सर ही सर नजर आ रहे हैं। मेला में कोई अव्यवस्था न हो इसके लिए ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है।
गिर्राज जी को रिझा रहे भक्त
गोवर्धन में भक्तों की भक्ति और आस्था हिलोरे मार रही है। अपने आराध्य गिर्राज जी को रिझाने के लिए देश विदेश से आए भक्त पूजा अर्चना कर 21 किलोमीटर की पैदल परिक्रमा लगा रहे हैं। भजनों की धुन के बीच परिक्रमा मार्ग जन सैलाब से भर गया है। गोवर्धन आने वाले हर रास्ते पर बस केवल भक्त ही भक्त नजर आ रहे हैं।
तंग गलियों में स्थिति खराब
वैसे तो गोवर्धन परिक्रमा का रास्ता अधिकांश चौड़ा है लेकिन कुछ हिस्सा तंग गलियों से होकर निकलता है। मानसी गंगा के आसपास दसवीसा और राधाकुंड में तंग गलियों से जब परिक्रमार्थी निकलते हैं तो यहां दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन गलियों में हालत यह है कि यहां से निकलने को परिक्रमार्थियों को जद्दोजहद करनी पड़ रही है।
वीडियो आया सामने
मानसी गंगा के निकट दसविसा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें स्थिति यह थी कि जहां तक नजर गई वहां केवल भक्त ही भक्त नजर आए। यहां भीड़ का सैलाब इस तरह हिलोरे मार रहा था जैसे समुद्र में लहरें मारती हैं। भीड़ के बीच फंसे बुजुर्ग,बच्चे और महिलाएं किसी तरह इन तंग गलियों से निकल कर मुख्य रास्ते पर पहुंच रहे थे।
भीड़ के दबाव में मंदिर के गर्भ गृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश किया बंद
गोवर्धन में भीड़ का सैलाब उमड़ा तो मानसी गंगा स्थित मुकुट मुखारबिंद मंदिर में प्रशासन ने एहतियात के तौर पर गर्भ गृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया। गर्भ गृह के दरवाजों को दानपेटी लगाकर बंद कर दिया गया। मंदिर सेवायतों ने इसका विरोध भी किया लेकिन प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर अपना रुख बरकरार रखा। गोवर्धन परिक्रमा में जतीपुरा के मुकुट मुखारबिंद मंदिर के बाद मानसी गंगा स्थित मुकुट मुखारबिंद पर सबसे ज्यादा दूध और प्रसाद चढ़ाया जाता है।
1 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने लगाई परिक्रमा
गोवर्धन में 6 जुलाई से लेकर बुधवार की देर शाम तक 60 लाख लोग परिक्रमा कर चुके थे। जिसमें सबसे ज्यादा सोमवार शाम से मंगलवार शाम को 30 लाख लोग परिक्रमा करने पहुंचे थे। वहीं मंगलवार शाम से बुधवार देर शाम तक 9 से 10 लाख लोग परिक्रमा करने पहुंचे। शुक्रवार यह आंकड़ा करीब एक करोड़ से ज्यादा पहुंच गया। उम्मीद जताई जा रही है कि करीब करोड़ के पास मेले में आने वाले भक्तो की संख्या रहेगी