उत्तर प्रदेश : हापुड़ में कांवड़ यात्रा की तैयारियों के मद्देनजर एडीजी डीआईजी ने किया निरीक्षण, दिए निर्देश
उत्तर प्रदेश के हापुड़ में श्रावण मास की कांवड़ यात्रा की तैयारियों के मद्देनजर...

Hapur News : उत्तर प्रदेश के हापुड़ में श्रावण मास की कांवड़ यात्रा की तैयारियों के मद्देनजर एडीजी जोन भानु भास्कर ने डीआईजी कलानिधि नैथानी के साथ गंगानगरी का दौरा किया। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और हाईवे-9 पर रूट डायवर्जन का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए।
श्रावण मास की तैयारियां
श्रावण मास 11 जुलाई से शुरू हो रहा है और ब्रजघाट की कांवड़ यात्रा 12 जुलाई से प्रारंभ होगी। शिवरात्रि का जलाभिषेक 23 जुलाई को होगा। गंगापार के रामपुर, संभल, चंदौसी, मुरादाबाद, अमरोहा और बरेली के श्रद्धालु सावन के हर सोमवार को ब्रजघाट से गंगाजल लेकर शिव का जलाभिषेक करते हैं।
सुरक्षा व्यवस्था
एडीजी और डीआईजी ने घाट, गंगा जलस्तर, मुख्य मार्गों और पार्किंग स्थलों का निरीक्षण किया। सुरक्षा के लिए दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे के कटों को यात्रा के दौरान बंद रखा जाएगा। संदिग्धों पर नजर रखने और अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
रूट डायवर्जन
12 जुलाई से दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे पर भारी वाहनों का आवागमन बंद रहेगा। एडीजी ने इन वाहनों को निर्धारित वैकल्पिक मार्गों से भेजने के निर्देश दिए। कांवड़ यात्रा के सुरक्षित संचालन के लिए अमरोहा सहित सीमावर्ती जिलों की पुलिस को आपसी समन्वय बनाए रखने को कहा गया है।
अधिकारियों की उपस्थिति
इस दौरान हापुड़ एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह, एएसपी विनीत भटनागर, सीओ वरुण मिश्रा, कोतवाली प्रभारी नीरज कुमार और बुलंदशहर एसपी सहित कई जिलों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सभी अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की और आवश्यक निर्देश दिए।
कांवड़ यात्रा का महत्व
कांवड़ यात्रा का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है। इस यात्रा में श्रद्धालु भगवान शिव को जल चढ़ाने के लिए गंगाजल लेकर आते हैं। यह यात्रा श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है और इसे बहुत उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
पालन कराने के निर्देश दिए
हापुड़ में श्रावण मास की कांवड़ यात्रा की तैयारियों के मद्देनजर एडीजी जोन भानु भास्कर और डीआईजी कलानिधि नैथानी ने गंगानगरी का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने रूट डायवर्जन का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए और कांवड़ यात्रा के सुरक्षित संचालन के लिए आवश्यक निर्देश दिए।