Swami Dayanand Hospital: स्वामी दयानंद अस्पताल में मेयर राजा इकबाल का औचक निरीक्षण, स्वास्थ्य सेवाओं और समस्याओं पर चर्चा

Swami Dayanand Hospital: स्वामी दयानंद अस्पताल में मेयर राजा इकबाल का औचक निरीक्षण, स्वास्थ्य सेवाओं और समस्याओं पर चर्चा
रिपोर्ट: रवि डालमिया
दिल्ली नगर निगम के सबसे बड़े और व्यस्ततम अस्पतालों में शुमार स्वामी दयानंद अस्पताल में आज मेयर राजा इकबाल ने औचक निरीक्षण कर अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस निरीक्षण के दौरान उनके साथ शाहदरा नॉर्थ ज़ोन के चेयरमैन पुनीत शर्मा, डिप्टी चेयरमैन मुकेश बंसल, डिप्टी कमिश्नर कर्नल अभिषेक मिश्रा, मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ. नरोत्तम दास, अडिशनल एमएस सुनीता सहित निगम अधिकारी और अस्पताल प्रशासन के वरिष्ठ सदस्य मौजूद रहे। स्वामी दयानंद अस्पताल पूर्वी दिल्ली नगर निगम का सबसे बड़ा अस्पताल है, जो ओपीडी और आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। इसी कारण से यहां रोजाना हजारों की संख्या में मरीज और उनके तीमारदार पहुंचते हैं। आज के निरीक्षण का उद्देश्य अस्पताल में चल रही खामियों को जानना और समाधान पर चर्चा करना था।
मेयर राजा इकबाल और अधिकारियों ने अस्पताल परिसर का विस्तार से निरीक्षण किया और जनता से सीधे बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझा। जनता ने निगम द्वारा उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं पर संतोष जताया, वहीं कुछ छोटी-मोटी समस्याओं से भी अवगत कराया। निरीक्षण के दौरान कुछ प्रमुख मुद्दों जैसे मानसून से पहले जलभराव की समस्या, अस्पताल स्टाफ की संख्या और व्यवस्थाओं में कमी पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया। मीडिया से बातचीत करते हुए मेयर राजा इकबाल ने कहा कि स्वामी दयानंद अस्पताल न केवल पूर्वी दिल्ली बल्कि आसपास के इलाकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य केंद्र है। उन्होंने कहा, “यहां आने वाले मरीजों और उनके साथ आने वाले परिजनों की बड़ी संख्या को देखते हुए हमारी जिम्मेदारी है कि अस्पताल की सभी सुविधाएं बेहतर और सुचारू रूप से संचालित हों।”
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में जल्द ही मानसून दस्तक देने वाला है, ऐसे में अस्पताल में जलभराव जैसी समस्याएं उत्पन्न न हों, इसके लिए पूर्व तैयारी की जा रही है। साथ ही अस्पताल स्टाफ की समस्याओं को भी गंभीरता से लिया गया है और इनका जल्द समाधान किया जाएगा। मेयर ने आश्वासन दिया कि जो भी समस्याएं जनता और अस्पताल प्रशासन द्वारा सामने रखी गई हैं, उन पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण का उद्देश्य केवल समीक्षा नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करना है।
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