
Republic of Balochistan: बलूच नेताओं ने ‘बलूचिस्तान रिपब्लिक’ का ऐलान कर पाकिस्तान से आजादी का दावा किया। भारत का समर्थन मांगा और दिल्ली में दूतावास खोलने की अपील की।
Republic of Balochistan की सोशल मीडिया पर गूंज: बलूच नेताओं ने की पाकिस्तान से आजादी की घोषणा, भारत का समर्थन
नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर बुधवार को ‘बलूचिस्तान रिपब्लिक’ अचानक से चर्चा का विषय बन गया। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से आजादी की मांग कर रहे बलूच नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर पाकिस्तान से स्वतंत्रता की घोषणा कर दी है और भारत से समर्थन की मांग की है।
इस मुहिम में बलूच एक्टिविस्ट मीर यार बलूच की भूमिका सबसे अहम रही है, जिन्होंने 9 मई को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस ऐतिहासिक ऐलान को सबके सामने रखा।
Republic of Balochistan: सोशल मीडिया पर लहराया ‘आजाद बलूचिस्तान’ का नक्शा और झंडा
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर #RepublicOfBalochistan और #FreeBalochistan जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। यूजर्स ने आजाद बलूचिस्तान का नक्शा, बलूच झंडा और समर्थकों की तस्वीरें शेयर कीं। इन पोस्ट्स में बलूच जनता के भारत के साथ खड़े होने की बातें स्पष्ट दिखीं।
Republic of Balochistan: मीर यार बलूच का बड़ा बयान, “भारत हमारा समर्थन करे”
9 मई को अपने एक्स पोस्ट में मीर यार बलूच ने कहा:
“आतंकवादी पाकिस्तान का पतन निकट है। हमने अपनी आजादी की घोषणा कर दी है। हम भारत से निवेदन करते हैं कि वह दिल्ली में बलूचिस्तान के लिए आधिकारिक दूतावास की अनुमति दे।”
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से अपील की कि वे बलूचिस्तान की स्वतंत्रता को मान्यता दें और सभी सदस्य देशों की विशेष बैठक बुलाएं। साथ ही बलूचिस्तान के लिए मुद्रा और पासपोर्ट छपवाने हेतु अरबों डॉलर की आर्थिक सहायता भी मांगी गई।
Republic of Balochistan: “मोदी जी, आप अकेले नहीं हैं”
एक दिन बाद मीर यार बलूच ने एक और पोस्ट में भारत और बलूचिस्तान की दोस्ती को दर्शाने वाले बैनर और झंडे थामे स्थानीय लोगों की तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने लिखा:
“डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ बलूचिस्तान के लोग भारत के लोगों को अपना पूर्ण समर्थन दिखाने आए हैं।”
उन्होंने यह भी लिखा:
“प्रिय नरेंद्र मोदी जी, आप अकेले नहीं हैं, आपके साथ 6 करोड़ बलूच देशभक्तों का समर्थन है।”
Republic of Balochistan: चीन-पाकिस्तान गठजोड़ पर भी साधा निशाना
बलूच नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि चीन पाकिस्तान की मदद कर रहा है, लेकिन बलूचिस्तान की जनता भारत के साथ खड़ी है। उन्होंने इसे “न्याय बनाम तानाशाही” की लड़ाई करार दिया।
Republic of Balochistan: भारत की रणनीतिक स्थिति पर क्या असर पड़ेगा?
बलूचिस्तान की यह आजादी की मांग भारत के लिए रणनीतिक रूप से अहम साबित हो सकती है। बलूचिस्तान न केवल पाकिस्तान के लिए आर्थिक और सैन्य दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र है, बल्कि चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) का केंद्र भी है।
यदि भारत बलूच आंदोलन को कूटनीतिक समर्थन देता है, तो यह पाकिस्तान और चीन दोनों के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।
भारत और पाकिस्तान टी20 विश्व कप 2024 में दो बार आमने-सामने हो सकते हैं। जानिए कैसे