उत्तर प्रदेश : हापुड़ में मोबाइल लूटने वाले गिरोह का पुलिस ने किया पर्दाफाश, इस तरह देते थे वारदात को अंजाम
थाना देहात पुलिस ने मोबाइल लूटने वाले एक गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लुटा गया...

Hapur News : (शाहरुख़ खान) थाना देहात पुलिस ने मोबाइल लूटने वाले एक गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लुटा गया मोबाइल फोन और वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद की है। पुलिस का कहना है इस गिरोह का एक सदस्य अभी भी फरार है, जिसकी तलाश के लिए पुलिस ने छापेमारी तेज कर दी है।
क्या है पूरा मामला
एएसपी विनीत भटनागर ने बताया कि मामला 5 जनवरी का है, जब थाना देहात क्षेत्र के गांव मंसूरपुर निवासी मदनपाल सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। मदनपाल ने बताया कि वह उस दिन ततारपुर गांव से अपने घर मंसूरपुर लौट रहे थे, जैसे ही वह ततारपुर हाईवे पर साइड रोड के पास एक मंदिर के नजदीक पहुंचे तभी बाइक सवार तीन युवकों ने अचानक उनसे उनका मोबाइल फोन छीन लिया और तेजी से फरार हो गए। घटना के बाद मदनपाल ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की।
चेकिंग के दौरान हुई गिरफ़्तारी
एएसपी ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि थाना देहात पुलिस टीम को ततारपुर अंडरपास के पास संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की जांच के लिए तैनात किया गया था, इसी दौरान पुलिस को बाइक सवार दो संदिग्ध युवक दिखाई दिए। जब पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया तो आरोपी भागने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर दोनों को धर दबोचा। पकड़े गए आरोपियों की पहचान बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम उपैड़ा निवासी उज्जवल और ग्राम गोहरा आलमगीरपुर निवासी विनय के रूप में हुई।
फरार आरोपी की हुई पहचान
पूछताछ के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से मदनपाल का लूटा हुआ मोबाइल फोन और वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद की, जांच में यह भी पता चला कि बाइक पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई गई थी। पुलिस अब बाइक के असली मालिक और इसके स्रोत की जांच कर रही है और गिरोह का तीसरा सदस्य अभी फरार है, लेकिन उसकी पहचान कर ली गई है, जिसको जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
उन्होंने आगे बताया कि उज्जवल इस गिरोह में बाइक चलाने का काम करता था, जबकि विनय मौका देखकर मोबाइल छीनने की वारदात को अंजाम देता था। दोनों आरोपियों के खिलाफ गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली में पहले से एक-एक मुकदमा दर्ज है। पुलिस उनके अन्य अपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वह पहले भी इस तरह की घटनाओं में शामिल रहे हैं।