नई दिल्ली, 29 सितम्बर: विश्व हृदय दिवस के अवसर पर रविवार को एम्स दिल्ली के कार्डियोलॉजी विभाग ने अपने कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए हृदय रोग जांच क्लिनिक का आयोजन किया।
इस दौरान एम्स निदेशक डॉ एम श्रीनिवास सहित अन्य कर्मियों के स्वास्थ्य का प्रारंभिक मूल्यांकन किया गया और जिन लोगों में हृदय रोग से संबंधित लक्षण पाए गए उनके रक्त परीक्षण, ईसीजी और इकोकार्डियोग्राफी की गई। इस अवसर पर विशेषज्ञों ने लोगों को हृदय रोग की रोकथाम के लिए व्यक्तिगत सलाह दी। साथ ही सभी वयस्कों को रक्त शर्करा, कोलेस्ट्रॉल के स्तर और रक्तचाप जैसे स्वास्थ्य मापदंडों की निगरानी के लिए वार्षिक परीक्षण करवाने की सलाह दी गई। इसके अलावा स्वस्थ जीवन के लिए उचित आहार अपनाने की सलाह भी दी गई।
इस अवसर पर एक एनीमेशन चरित्र डॉ. दिलजीत के माध्यम से हृदय संबंधी आपातकालीन स्थिति के चेतावनी संकेतों को पहचानने में मददगार लक्षणों की जानकारी दी गई। जैसे -सीने में दर्द, बेआरामी या कसावट, बाजुओं या कन्धों में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, कमजोरी महसूस होना, सिर चकराना या बेहोशी,तेज धड़कनें या बहुत धीमी धड़कनें। डॉ दिलजीत ने कहा, इनमें से कोई भी लक्षण होने पर इंतजार न करें। तुरंत कार्रवाई करें और 24 घंटे की एम्बुलेंस हेल्पलाइन 108 पर कॉल करें, एम्बुलेंस बुलाएं!
स्वस्थ हृदय के लिए सुझाव
तम्बाकू (धूम्रपान और धूम्र रहित तंबाकू और ई-सिगरेट दोनों) से पूरी तरह बचें। धूम्रपान से दिल का दौरा पड़ने की संभावना 3-4 गुना बढ़ जाती है।
जितना आरामदायक हो उतना सक्रिय रहें।
सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम तीव्रता वाली गतिविधि करें। सप्ताह में 4 से 5 दिन व्यायाम करें एक समान करें।
नियमित वजन निगरानी करें।
जिन लोगों को हृदय संबंधी दवाइयों को लंबे समय तक लेना पड़ता है।वे,अपने चिकित्सक से परामर्श किए बिना दवा लेना बंद न करें। वे भविष्य में हृदय और मस्तिष्क के दौरे की संभावना को कम करने में मदद करते हैं।
अपने डॉक्टर की सलाह मानें और समय पर दवा लें।
नियमित परीक्षण और जांच करवाएं।
बेहतर कल के लिए आज अपने दिल का ख्याल रखें।