
झारखंड भूमि घोटाला: ईडी ने अब तक 270 करोड़ रुपये की संपत्ति और नकदी जब्त की, जेएमएम नेता समेत 3 और गिरफ्तार
जांच एजेंसी ने कुल 51 छापे और नौ सर्वे किए, जिसमें 1.25 करोड़ रुपये नकद, बैंक खातों में 3.56 करोड़ रुपये और 266 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति बरामद की। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नेताओं से जुड़े झारखंड भूमि घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पिछले हफ्ते ईडी ने न सिर्फ और संपत्ति जब्त की, बल्कि मामले में नई गिरफ्तारियां भी की हैं। झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन इस मामले में पहले से ही जेल में हैं। जांच एजेंसी ने इस मामले में सोरेन, आईएएस छवि रंजन और व्यवसायी अमित अग्रवाल समेत 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने कुल 51 छापे और नौ सर्वे किए, जिसमें 1.25 करोड़ रुपये नकद, बैंक खातों में 3.56 करोड़ रुपये और 266 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति बरामद की। बुधवार को ईडी ने झामुमो नेता अंतू तिर्की और रियल एस्टेट कारोबारी विपिन सिंह समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था। ईडी ने 30 मार्च को भूमि घोटाले के मामले में हेमंत सोरेन और अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था, जिसमें 8.86 एकड़ जमीन को जब्त करने की मांग की गई थी, जिसके बारे में ईडी का दावा है कि यह जमीन जालसाजी करके हासिल की गई थी।
जांच एजेंसी ने झारखंड पुलिस द्वारा सरकारी अधिकारियों समेत कई लोगों के खिलाफ दर्ज कई एफआईआर के आधार पर भूमि घोटाले के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। मामले में ईडी की जांच में झारखंड में सक्रिय भू-माफिया रैकेट की संलिप्तता का पता चला है, जो रांची में जमीन के रिकॉर्ड में जालसाजी करता था। यह भी पता चला है कि उक्त भू-माफिया को फायदा पहुंचाने के लिए जमीनों के स्वामित्व के रिकॉर्ड में भी जालसाजी की गई है।