
आज जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी महाराज के निर्देशन में भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। ऐतिहासिक रामनवमी को जगद्गुरु स्वामी के साथ मनाने के लिए पूरे देश से उनके शिष्य श्री तुलसी पीठ चित्रकूट में एकत्रित हुए। जगद्गुरु स्वामी ने अपने आराध्य भगवान श्रीराम के बालरूप राघव जी का अभिषेक किया। उसके पश्चात उनकी शिष्या पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने बधाई गीत प्रस्तुत किया। उनके शिष्य हास्य कलाकार अन्नू अवस्थी ने अपने कौशल से सबका मनोरंजन किया और अपने गुरुदेव के चरणों में आदर प्रकट किया। उनकी शिष्या नलिनी निगम ने सोहर प्रस्तुत किया। जगद्गुरु स्वामी ने मालिनी अवस्थी से श्री रामचरित मानस को स्वरबद्ध करने का आदेश दिया। जगद्गुरु स्वामी ने अपने उत्तराधिकारी आचार्य रामचन्द्र दास जी महाराज के निर्देशन में 18 अप्रैल को प्रातः 9 बजे 1100 कन्याओं के पूजन में सभी को शामिल होने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि कन्या देवी का स्वरूप होती है इसलिए सभी को नवरात्रि में कन्यापूजन का फलभागी बनना चाहिए।
सभी शिष्यों ने अपने पूज्य गुरुदेव को रामनवमी की बधाई दी। तत्पश्चात् सभी ने फलाहार पाया। जगद्गुरु स्वामी प्रत्येक चैत्य नवरात्रि में श्री तुलसी पीठ में श्रीराम कथा का वाचन करते हैं। इस श्रृंखला में यह 30 वीं तथा कुल 1350 वीं श्रीराम कथा थी। सायं 9 दिवसीय श्री रामकथा का विश्राम हुआ ।
इसके पश्चात श्री तुलसी पीठ के शिष्य तथा जगद्गुरु रामभद्रचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं ने रंगोली तथा दीपोत्सव को उत्साह से मनाया।
उत्सव के विश्राम में जगद्गुरु स्वामी ने सभी से भारत के पुनर्जागरण में प्राण प्रण से जुट जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 2024 भारत के इतिहास में बहुत निर्णायक अवसर है। इसलिए हमें सजग रहना चाहिए।
इस अवसर पर समस्त कार्यक्रमों का संचालन तथा प्रबन्धन आचार्य रामचन्द्र दास जी महाराज जी ने किया। इस दौरान जेआरडीयू के कुलपति प्रो शिशिर पाण्डेय, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार श्री अश्विनी अवस्थी जी, जिलाधिकारी चित्रकूट अभिषेक आनन्द, पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह, डा सुशील शर्मा, लालजी त्रिपाठी, जानकी नन्दन पाण्डेय, सुनील मुद्गल, आर पी मिश्रा, एडीएम ज्ञान प्रकाश आदि उपस्थित रहे।