Noida Pollution: ग्रेप-4 लागू होते ही नोएडा पुलिस का कड़ा एक्शन, बॉर्डर पर सख्ती; तीन दिन में करीब तीन करोड़ का चालान

Noida Pollution: ग्रेप-4 लागू होते ही नोएडा पुलिस का कड़ा एक्शन, बॉर्डर पर सख्ती; तीन दिन में करीब तीन करोड़ का चालान
वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी ग्रेप-4 लागू होते ही नोएडा पुलिस और ट्रैफिक पुलिस पूरी तरह सख्त हो गई है। बीते तीन दिनों से नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। खासतौर पर बीएस-4 श्रेणी के डीजल वाहनों को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा और उन्हें मौके से ही वापस लौटाया जा रहा है।
ट्रैफिक पुलिस द्वारा चलाए जा रहे इस विशेष अभियान में नियमों का उल्लंघन करने वाले हजारों वाहनों पर कार्रवाई की गई है। गौतमबुद्ध नगर के डीसीपी ट्रैफिक डॉक्टर प्रवीन रंजन सिंह के अनुसार, ग्रेप-4 के नियमों के तहत पीयूसी प्रमाणपत्र न होने पर अब तक 784 वाहनों का चालान किया गया है। इसके अलावा जिन वाहनों से खुले तौर पर धुआं निकलता पाया गया, ऐसे 61 विजिबल पॉल्यूशन फैलाने वाले वाहनों पर भी कार्रवाई की गई, जिनमें अधिकतर निर्माण सामग्री और सामान ढोने वाले वाहन शामिल थे।
पुलिस ने नियमों का उल्लंघन करने वाले 216 मालवाहक वाहनों पर भी चालान किया है। इसके साथ ही बीएस-4 श्रेणी के 1050 डीजल वाहनों और बीएस-3 श्रेणी की 880 पेट्रोल गाड़ियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की गई है। अभियान के दौरान बड़ी संख्या में ऐसे वाहन भी सामने आए, जो अनजाने में बॉर्डर तक पहुंच गए थे, लेकिन दिल्ली में प्रवेश के योग्य नहीं थे। ऐसे करीब 3500 वाहनों को मौके पर ही रोककर वापस लौटा दिया गया।
नोएडा पुलिस और ट्रैफिक पुलिस की इस तीन दिवसीय कार्रवाई में अब तक कुल 2 करोड़ 99 लाख 30 हजार रुपये का चालान काटा जा चुका है। डीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि नोएडा से दिल्ली को जोड़ने वाले तीनों प्रमुख बॉर्डर पर 24 घंटे और सातों दिन पुलिस व ट्रैफिक कर्मियों की तैनाती की गई है, ताकि ग्रेप-4 के नियमों का सख्ती से पालन कराया जा सके।
इसके अलावा बढ़ते कोहरे और कम होती विजिबिलिटी को ध्यान में रखते हुए नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे पर वाहनों की गति सीमा पर भी नियंत्रण लगाया गया है। यह स्पीड लिमिट गूगल मैप पर भी दिखाई जा रही है, जिससे वाहन चालकों को पहले से जानकारी मिल सके। यमुना एक्सप्रेसवे पर विजिबिलिटी यदि 50 मीटर से कम हो जाती है तो वाहनों को रोककर एक समूह में धीमी गति से आगे बढ़ने की व्यवस्था की जा रही है।
पुलिस प्रशासन का कहना है कि यह सभी कदम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने और वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से उठाए गए हैं और आने वाले दिनों में नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ और भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।





