
New Delhi (मिताली चंदोला, एडिटर, स्पेशल प्रोजेक्ट्स) : नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) मुंबई ने एक संगठित और खतरनाक ड्रग सिंडिकेट को ध्वस्त कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। इस कार्रवाई में गिरोह के सरगना दानिश मर्चेंट उर्फ़ “दानिश चिकना” और उसकी पत्नी हिना भारत शाह को गोवा से गिरफ्तार किया गया है। दोनों के खिलाफ पहले से ही कई एनडीपीएस (NDPS) मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। कार्रवाई के दौरान कुल 1.341 किलोग्राम मेफेड्रोन (एमडी) जब्त किया गया है और कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
ऑपरेशन की पूरी कहानी:
एनसीबी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने पुणे में एन. गायकवाड़ नामक आरोपी को पकड़ा, जिसके पास से 502 ग्राम मेफेड्रोन बरामद हुआ। पूछताछ में गायकवाड़ ने मुंबई में एक छिपे हुए ठिकाने का खुलासा किया। वहां छापेमारी के दौरान एनसीबी को आरोपी जोहेब शेख के पास से 839 ग्राम मेफेड्रोन मिला। यह ठिकाना हिना शाह से जुड़ा हुआ था, जो अपने पति दानिश के साथ इस रैकेट को चला रही थी।
दोनों आरोपी पहले ही गिरफ्तारी के बाद फरार हो गए थे और कई राज्यों में ठिकाने बदल रहे थे। लगातार निगरानी और तकनीकी ट्रैकिंग के बाद एनसीबी ने उन्हें 25 अक्टूबर 2025 को गोवा के एक लग्ज़री रिसॉर्ट से गिरफ्तार कर लिया।
किंगपिन का आपराधिक इतिहास:
दानिश मर्चेंट मुंबई के डोंगरी इलाके का रहने वाला है और पहले भी कई बार गिरफ्तार हो चुका है। 2021 में एनसीबी ने उसे गांजा और सीबीसीएस मामले में पकड़ा था। राजस्थान पुलिस ने भी 2021 में उस पर नशीले पदार्थों का केस दर्ज किया था, जबकि 2024 में मुंबई पुलिस ने सिंथेटिक ड्रग्स बनाने के आरोप में कार्रवाई की थी। उसके खिलाफ कुल सात आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसके चलते उसे मुंबई नगर क्षेत्र से “तड़ीपार” घोषित किया गया था। उसकी पत्नी हिना शाह भी ड्रग वितरण और छिपाने की गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल थी।
यह कार्रवाई एनसीबी के उस निरंतर मिशन का हिस्सा है जिसका उद्देश्य है—“2047 तक नशा मुक्त भारत”। एजेंसी ने जनता से अपील की है कि वे नशीले पदार्थों से जुड़ी किसी भी सूचना को राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन ‘मानस’ (टोल-फ्री नंबर: 1933) पर साझा करें। सूचना देने वालों की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।





