उत्तर प्रदेश के सीएम पद से हटाए जाएंगे योगी आदित्यनाथ? अमित शाह ने पीएम मोदी से की मुलाकात; यहां जानें बीजेपी का प्लान

उत्तर प्रदेश के सीएम पद से हटाए जाएंगे योगी आदित्यनाथ? अमित शाह ने पीएम मोदी से की मुलाकात; यहां जानें बीजेपी का प्लान
डिप्टी सीएम मौर्य ने 48 घंटे के अंदर दो बार जेपी नड्डा से मुलाकात की, वहीं प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और पार्टी की चुनावी हार की जिम्मेदारी ली।
उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए चुनावी हार के बाद बीजेपी मतदाताओं का विश्वास फिर से हासिल करने के तरीके खोजने में जुटी है। उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटें जीतने का दावा करने वाली बीजेपी 40 सीटें भी नहीं जीत पाई। करारी हार के कारण पार्टी के भीतर बड़े पैमाने पर आत्ममंथन बैठकें हुईं और संगठनात्मक फेरबदल की बातें हुईं। पिछले दो दिनों में बीजेपी के दो वरिष्ठ नेताओं की पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया। विपक्ष ने चुटकी ली
इसके तुरंत बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी से मुलाकात की। मौर्य की नड्डा से मुलाकात के तुरंत बाद ही राजनीतिक गलियारे में योगी आदित्यनाथ को हटाए जाने की अटकलें तेज हो गईं। यहां तक कि विपक्षी नेताओं ने कहा कि भाजपा में सत्ता की लड़ाई आम हो गई है। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा, ”भाजपा की सत्ता की लड़ाई की गर्मी में यूपी में शासन और प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है। तोड़फोड़ की राजनीति का जो काम भाजपा दूसरे दलों में करती थी, वही काम अब अपनी पार्टी के अंदर भी कर रही है, इसलिए भाजपा अंदरूनी कलह के दलदल में धंसती जा रही है। भाजपा में जनता के बारे में सोचने वाला कोई नहीं है।”
क्या योगी आदित्यनाथ को हटाया जाएगा?
हालांकि अभी तक योगी आदित्यनाथ को हटाए जाने की अटकलें ही लगाई जा रही हैं, लेकिन भाजपा का सीएम बदलने का कोई प्लान नहीं है, लेकिन संगठन में बदलाव की संभावना जरूर है। समझा जा रहा है कि भाजपा हाल ही में हुए चुनावी नुकसान से उबरने और 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए कमर कसने के लिए किसी ओबीसी नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की इच्छुक है। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी मुरादाबाद से जाट नेता हैं, जिन्हें 2022 में जाट समुदाय में भाजपा के प्रति असंतोष को दूर करने के लिए नियुक्त किया गया था। हालांकि, इस चुनाव में भाजपा के खिलाफ जा रहे दलित वोट बैंक को देखते हुए भगवा पार्टी न केवल अपने कैडर को मजबूत करने बल्कि कार्यकर्ताओं की समस्याओं को दूर करने के लिए भी काम कर रही है। हाल ही में लखनऊ में पार्टी की बैठक के दौरान सीएम योगी ने कहा कि अराजकता फैलाने की कोशिश करने वालों को शायद दूसरा मौका न मिले। वहीं केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि संगठन सरकार से ऊपर है। इन बयानों से चर्चा है कि भाजपा के दो वरिष्ठ नेताओं के बीच दरार है। भाजपा इस समय विधानसभा उपचुनाव का सामना कर रही है, जहां 10 सीटों पर मुकाबला है।