राज्यउत्तर प्रदेशराज्य

उत्तर प्रदेश : मथुरा में दशहरे पर रावण दहन का विरोध, लंकेश रावण की हुई पूजा

Mathura News (सौरभ) : श्री कृष्ण की नगरी मथुरा में दशहरे के अवसर पर एक अनूठी और विपरीत परंपरा देखने को मिली। यमुना पुल के शिव मंदिर परिसर में, रावण वंशी लंकेश भक्त मंडल ने वर्षों पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हुए, विधि-विधान से लंकेश रावण की पूजा-अर्चना की।

रावण भक्तों का तर्क

रावण भक्त रावण को अपना आदर्श मानते हैं और हर साल होने वाले पुतला दहन का कड़ा विरोध करते हैं। भक्तों का कहना है कि यह एक आदर्श व्यक्तित्व का अपमान है और देश की संस्कृति के खिलाफ है। लंकेश भक्त मंडल के अनुसार, रावण कोई सामान्य व्यक्ति नहीं थे। वे त्रिकालदर्शी, चारों वेदों के ज्ञाता और परम शिव भक्त थे।

अदालत में भी गई थी याचिका

एडवोकेट ओमवीर सारस्वत ने कहा, “रावण हमारे कुल के राजा थे और परम ज्ञानी थे। रावण तो भगवान राम के आचार्य थे और सीता उनकी पुत्री थीं। उनके संस्कारों को पाठ्यक्रम में लाना चाहिए। हम रावण के पुतला दहन को रोकने के लिए अदालत भी गए थे।”

लोगों को जागरूक करने का प्रयास

लंकेश भक्त मंडल का प्रयास है कि वे लोगों को रावण की अच्छाइयों के बारे में जागरूक करें और पुतला दहन न करने का आग्रह करें। मथुरा की यह अनूठी परंपरा दशहरे के पर्व पर एक गहन विचार-विमर्श को जन्म देती है कि क्या रावण की बुराइयों के साथ-साथ उनके ज्ञान और भक्ति का भी सम्मान होना चाहिए।

Related Articles

Back to top button