उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा में वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए कड़े कदम, 14 टीमें कर रहीं निगरानी
उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा में वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए कड़े कदम, 14 टीमें कर रहीं निगरानी

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता के खराब स्तर को देखते हुए नोएडा क्षेत्र में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) स्टेज-1 लागू कर दिया गया है। आयोग के निर्देश पर नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (नोएडा प्राधिकरण) ने वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाए हैं।
प्राधिकरण की 14 टीमें सेक्टरों और गांवों में लगातार निरीक्षण कर रही हैं। टीमों को 20 क्षेत्रों में गश्त और जागरूकता बढ़ाने का जिम्मा दिया गया है। लोगों को ग्रेप गाइडलाइंस और एनजीटी के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। मुख्य सड़कों पर धूल और वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 20 टैंकरों से नियमित रूप से वाटर स्प्रिंकलिंग की जा रही है। साथ ही 10 ट्रक माउंटेड एंटी-स्मॉग गन से प्रतिदिन 120 किलोमीटर क्षेत्र में छिड़काव किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से 14 मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनों की मदद से 340 किलोमीटर सड़कों की सफाई और धूल नियंत्रण का काम चल रहा है। निर्माण स्थलों पर भी प्रदूषण नियंत्रण को लेकर सख्ती बढ़ा दी गई है। 50 एंटी-स्मॉग गन मशीनें सक्रिय की गई हैं। वहीं, निर्माण परियोजनाओं, मार्गों और खुली जगहों पर पानी का छिड़काव, ग्रीन नेट, मेटल शीट और ग्रीन कारपेट लगाने के निर्देश दिए गए हैं। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि GRAP गाइडलाइन और राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) के आदेशों का उल्लंघन करने वालों पर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। प्रदूषण नियंत्रण के लिए टीमों को चौबीसों घंटे सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं।