उत्तर प्रदेश, नोएडा: स्किल डेवलपमेंट के नाम पर करोड़ों की ठगी, 4 आरोपी गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश, नोएडा: स्किल डेवलपमेंट के नाम पर करोड़ों की ठगी, 4 आरोपी गिरफ्तार

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, नोएडा। ग्रेटर नोएडा में स्किल डेवलपमेंट के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। थाना बिसरख पुलिस ने राइजिंग इंडिया आईक्यू अकादमी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से चल रहे फर्जी कोचिंग सेंटर के संचालकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक महिला समेत चार लोग शामिल हैं।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी 5 से 15 साल के बच्चों के पर्सनैलिटी डेवलपमेंट और स्किल डेवलपमेंट का झांसा देकर अभिभावकों से ठगी कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने तीन तरह के कोर्स – सिल्वर, गोल्ड और प्लेटिनम प्लान बना रखे थे। पैसे लेने के बाद आरोपी फरार हो जाते थे।पीड़ित अभिभावकों की शिकायत पर थाना बिसरख में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने सर्विलांस और लोकल इंटेलिजेंस के जरिए 14 फरवरी को आरोपियों की लोकेशन का पता लगाया। टेकजोन-4 स्थित एनएक्स वन के टॉवर-3 में पहली मंजिल पर स्थित कार्यालय पर छापेमारी कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
अच्छे पढ़े लिखें हैं आरोपी
आरोपियों के पास से 146 अप्रूवल लेटर और 8 लाख 19 हजार रुपये की पेमेंट स्लिप बरामद की गई है। पुलिस के मुताबिक, गिरोह ने कई अभिभावकों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। मामले में आगे की जांच जारी है। गिरफ्तार आरोपी नीरज, मोहम्मद आरिफ, कंचन और श्वेत बड़े ही साफ तरीके से स्किल डेवलपमेंट के नाम पर पैसे ऐंठते थे और उसके बाद पैसा हड़प कर फरार हो जाते थे। पकड़े गए आरोपियों में नीरज ने बी फार्मा किया है। वहीं नीरज की पत्नी श्वेता ने एमकॉम किया है। वह इस कंपनी में काउंसलर थी। वहीं आरोपी कंचन ने बीकॉम किया है और वह कंपनी में फाउंडर मेंबर के पद पर तैनात था जबकि आरिफ इस कंपनी में इन्वेस्टर था और वह भी फाउंडर मेंबर के पद पर तैनात था।डीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि आरोपियो ने Rising India IQ Academy Pvt.Ltd. नाम की एक कम्पनी बिसरख थाना क्षेत्र के ग्रेटर नोएडा वेस्ट में खोली । कम्पनी खोलकर स्किल व पर्सनेल्टी डवलपेन्ट के नाम पर अभिभावको व छात्रो से ठगी की गई।
फीस जमा कर ली, क्लासेज का कुछ पता ही नहीं
इस दौरान के द्वारा तीन प्लान बताए गए जिसमें सिल्वर प्लान के नाम पर 25000 रूपये, गोल्ड प्लान के नाम पर 35000 रूपये, प्लेटिनम 50 हजार से 60 हजार रूपये अभिभावको से लेते थे। ABACUS मेजिक मेथ्स,स्पोकन इंगलिस , वेदिक मेथ्स , फोटोजैनिक मैमोरी , रोबोटिक्स AI , इत्यादि कोर्सेस के लिए शनिवार रविवार को तीन घण्टे की क्लासेस देने के लिए टीचर भी हायर करते थे ।
रिव्यूज और फेसबुक पेज दिखाकर करते थे आकर्षित
दरसलिन आरोपियों के द्वारा एक अन्य Rising India Academy इन्द्रापुरम गाजियाबाद कोचिंग सेन्टर के रिव्यूज और फेसबुक पेज अभिभावकों को दिखाकर एडमिशन लेने के लिए लुभाते थे किन्तु गुणवत्ता पूर्ण कन्टेन्ट के अनुरूप कोर्स न दिये जाने पर अभिभावको को सन्तुष्ट नहीं कर पाते थे। जब पर्याप्त मात्रा में बच्चो के एडमीशन कोचिंग इन्सीट्यूट द्वारा ले लिए गये और मांग के अनुसार गुणवत्ता पूर्ण क्लासेस नहीं दी गई।तब अभिभावकों आनलाइन क्लासेस देने का आश्वासन दिया गया और बताया गया कि 7 दिन में हम दोबारा ऑफलाइन क्लासेस प्रारम्भ कर देगें। दोबारा पूछने पर 7 दिन के बताया गया कि अब हम किसी नई जगह पर कोचिंग को चालू करेगें। किन्तु इस बात पर जब अभिभावकों के द्वारा आपत्ति जाहिर की गयी और अपने पैसे Refund किये जाने की मांग की गई तब रातो रात भाग गये।
लगातार होती रहीं शिकायतें
आरोपियों द्वारा न तो अभिभावको के पैसे वापस किये गये न ही आगे कोई भी क्लासेस दी गई । परेशान होकर अभिभावकों के द्वारा जब Rising India Academy इन्द्रापुरम गाजियाबाद में सम्पर्क किया गया तब उनको पता चला कि डायरेक्टर नीरज व उसकी पत्नी श्वेता ने जगतपुरी दिल्ली में RI KIDS BRAIN DEVELOPER PVT. LTD के नाम से एक कम्पनी खोली थी।
जिसको कोविड में अचानक बन्द कर इसी प्रकार से भाग गये थे, न ही बच्चों का कोर्स पूरा करवाया गया और न ही कर्मचारियों की सैलरी दी गयी। उनकी भी लगातार शिकायते Rising India Academy इन्द्रापुरम गाजियाबाद को प्राप्त होती रही।
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