उत्तर प्रदेश, नोएडा: केंद्र सरकार ने नोएडा मेट्रो विस्तार को दी मंजूरी
उत्तर प्रदेश, नोएडा: -ग्रेटरनोएडा डिपो से बोडाकी तक बनेगी नई लाइन, 416 करोड़ रुपए होंगे खर्च

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा। नोएडा मेट्रो की ग्रेटरनोएडा डीपो से लेकर बोडाकी तक प्रस्तावित योजना को आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय , भारत सरकार (महुआ) से हरी झंडी मिल गई है। इससे संबंधित पत्र भी एनएमआरसी को मिल गया। ये एक्सटेंशन लाइन है जिसे ग्रेटरनोएडा डिपो से बोडाकी तक बढ़ाया जाएगा। बोडाकी में एमएमटीएच बन रहा है। मेट्रो भी इसका एक हिस्सा होगी। इस विस्तार में दो मेट्रो स्टेशन होंगे।
नोएडा मेट्रो के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर महेंद्र प्रसाद ने बताया कि विगत 26 मई को महुआ के सामने ग्रेटरनोएडा डिपो से लेकर बोडाकी तक प्रस्तावित मेट्रो का प्रजेंटेशन किया गया था। जिस पर सहमति बन गई थी। वहां से मंजूरी पत्र मिल गया है। इसके बाद बोटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 एक्सटेंशन लाइन की तैयारी है। जिसके लिए भी जल्द प्रजेंटेशन किया जाएगा। इन परियोजना पर लगी सभी क्वारी को भी समाप्त कर दिया गया है।
ग्रेटरनोएडा डीपो से बोडाकी रुट, तीन साल होगा तैयार
एक्वा लाइन पर नोएडा के सेक्टर-51 से ग्रेनो के डिपो मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो चल रही है। अब ग्रेनो डिपो से बोड़ाकी तक मेट्रो जाएगी। इस रूट पर जुनपत और बोड़ाकी सिर्फ दो मेट्रो स्टेशन होंगे। बोड़ाकी में बड़ा स्टेशन बनाया जाएगा। बोडाकी में एमएमटीच बन रहा है। यहां रेवले टर्मिनल, बस स्टैंड आदि होंगे। इसलिए यहां से मुसाफिरों की संख्या काफी ज्यादा होगी।
इसके लिए 2.6 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक बिछाया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि इस रूट पर मेट्रो चलाने में 416.34 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। ये लाइन स्टैंडर्ड गेज (1435 एमएम) की होगी। इसे बनाने के लिए 3 साल की डेड लाइन तय की गई है।
कैसे जुटाया जाएगा पैसा
मेट्रो के इस विस्तार पर करीब 416 करोड़ रुपए खर्च होने है। इसमें गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की इक्विटी 20 प्रतिशत करीब 70.59 करोड़ होगी। उप्र प्रदेश सरकार 24 प्रतिशत यानी 91.08 करोड़ और करीब 60 प्रतिशत यानी 211.80 करोड़ डोमेस्टिक लोन और पीपीपी कंपोनेंट और लैंड कास्ट करीब 10.44 करोड़ की होगी। इस तरह ये योजना को पूरा किया जाएगा।
बॉटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 तक मेट्रो
नोएडा में बॉटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 तक का 11.56 किमी का मेट्रो कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को प्रदेश कैबिनेट से अप्रूवल के बाद केंद्र को भेजा गया है। वहां से इसी प्रजेंटेशन के बाद अप्रूवल मिल सकता है। ये रूट पांच साल में बनकर तैयार होगा। रोजाना करीब 1 से 1.25 लाख लोग इस लिंक लाइन का प्रयोग करेंगे। इसके निर्माण में करीब 2254.35 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
इस मेट्रो कॉरिडोर पर बॉटेनिकल गार्डन, नोएडा सेक्टर-44, नोएडा ऑफिस, नोएडा सेक्टर-97, नोएडा सेक्टर-105, नोएडा सेक्टर-108, नोएडा सेक्टर-93, और पंचशील बालक इंटर कॉलेज स्टेशन बनाए जाएंगे। कॉरिडोर का आखिरी स्टेशन सेक्टर-142 होगा जो कि पहले ही बनकर तैयार है।
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