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उत्तर प्रदेश, नोएडा: ग्रेनो में 252 करोड़ से सफाई व्यवस्था सुधरेगी

उत्तर प्रदेश, नोएडा: ग्रेनो में 252 करोड़ से सफाई व्यवस्था सुधरेगी

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, नोएडा।ग्रेटर नोएडा वेस्ट में घर-घर से कूड़ा उठाने और साफ-सफाई की व्यवस्था जल्द दुरुस्त होगी। मैनुअल (हाथ से) और मशीन दोनों तरह से सफाई होगी। इस कार्य के लिए पांच साल में 252.49 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। एकीकृत व्यवस्था के तहत कंपनी की तलाश के लिए जारी की गई निविदा खुलने की प्रक्रिया में है। ग्रेटर नोएडा की सफाई व्यवस्था ज्यादा अच्छी नहीं है। ऐसे में प्राधिकरण ने सफाई की एकीकृत योजना बनाई है। इसके तहत अब प्रत्येक सेक्टर की मशीन और हाथ दोनों तरह से सफाई होगी।

घर-घर से कूड़ा उठाने, पत्तियों और मलबा उठाने की जिम्मेदारी एक ही कंपनी को दी जाएगी। इससे पूरे सेक्टर में एक ही एजेंसी काम करेगी। अभी अलग- अलग काम के लिए अलग अलग एजेंसी होने पर एजेंसियां एक दूसरे पर जिम्मेदारी टाल देती हैं। इस नियम के तहत सबसे पहले ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लिए एजेंसी की तलाश की जा रही है। प्राधिकरण के एक अधिकारी के मुताबिक साफ सफाई करने वाली एजेंसी कचरे को कूड़ा निस्तारण केंद्र तक पहुंचाएगी। वरिष्ठ प्रबंधक सन्नी यादव ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सफाई की एकीकृत व्यवस्था के तहत ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लिए जारी की गई 252.49 करोड़ रुपये की निविदा खुलने की प्रक्रिया में है। उम्मीद है कि जल्द ही कंपनी का चयन कर लिया जाएगा। ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी में कूड़ा निस्तारण की जिम्मेदारी बिल्डर प्रबंधन की होती है। कई सेक्टरों में निविदा जारी नहीं की ग्रेटर नोएडा के कई सेक्टरों और कुछ प्रमुख सड़कों की साफ- सफाई के लिए निविदा ही जारी नहीं की गई थी। इसकी वजह से शहर की साफ सफाई के लिए चयनित एजेंसी द्वारा उन सेक्टरों और सड़कों की सफाई नहीं की जाती,जो निविदा में शामिल नहीं हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पेशेवर कंपनी की तलाश की जा रही है। कुछ कंपनियों का प्रस्तुतिकरण पसंद आया है। एजेंसी का चयन कर सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। एनजी रवि कुमार, सीईओ, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण।

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