उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद: योगी सरकार से हरी झंडी, यूपी के इस जिले में बनेगा बायोडायवर्सिटी पार्क
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद:योगी सरकार से हरी झंडी, यूपी के इस जिले में बनेगा बायोडायवर्सिटी पार्क
अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद। ऐतिहासिक और पौराणिक शहर के रूप में अपनी खास पहचान रखने वाले गाजियाबाद के मुरादनगर गंगनहर, दूधेश्वरनाथ मंदिर, सीकरी माता मंदिर प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। इसमें दो नए नाम रिवर फ्रंट और बायोडायवर्सिटी पार्क जोड़ने का प्रस्ताव तैयार किया गया था।
बायोडायवर्सिटी पार्क को शासन से हरी झंडी मिल गई है। हरनंदी के किनारे रिवर फ्रंट बनाने का प्रस्ताव अभी अटका हुआ है। अगर इसे मंजूरी मिल जाती है तो जिले के पर्यटन को तेजी से बढ़ावा मिलेगा। दूधेश्वरनाथ मंदिर के बारे में मान्यता है कि रावण के पिता ऋषि विश्रवा यहां जलाभिषेक करने आते थे। दूधेश्वरनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार भी छत्रपति शिवाजी महाराज ने कराया था। वर्तमान में मंदिर में वेद विद्यालय भी संचालित है। हर साल सावन के महीने में लाखों श्रद्धालु भगवान दूधेश्वरनाथ का जलाभिषेक करने मंदिर आते हैं। पौराणिक महत्व को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2024 में दूधेश्वरनाथ कॉरिडोर के निर्माण की घोषणा की है। इससे जिले में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा होगा। नगर निगम और जीडीए कॉरिडोर के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हैं। दूधेश्वरनाथ मंदिर का सुंदरीकरण कार्य पर्यटन विभाग कराएगा, इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कॉरिडोर के निर्माण से मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है। जिले में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
सीकरी माता मंदिर में हुए विकास कार्य
मोदीनगर के सीकरी गांव स्थित सैकड़ों वर्ष पुराने सीकरी माता मंदिर में गाजियाबाद ही नहीं बल्कि अन्य जिलों और राज्यों से भी लोग माता महामाया देवी की पूजा-अर्चना करने आते हैं। नवरात्रि में यहां नौ दिनों तक मेला लगता है। इस वर्ष पर्यटन विभाग ने मंदिर के पास नाले को ढकने का कार्य कराया है। यात्रियों के लिए यात्री शेड बनाया गया है। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए दीवारों और फर्श पर टाइल्स और लाइटें लगाई गई हैं। बायोडायवर्सिटी पार्क में मनोरंजन के साथ-साथ लोग पढ़ाई भी करेंगे
63 एकड़ भूमि पर बायोडायवर्सिटी पार्क
साईं उपवन के पास 63 एकड़ भूमि पर बनने वाले बायोडायवर्सिटी पार्क को अध्ययन केंद्र के रूप में भी जाना जाएगा। यहां करीब 170 प्रजातियों के पौधे लगाए जाएंगे, ताकि यहां आने वाले लोगों को पौधों के बारे में जानकारी मिल सके। यहां टहलने के लिए लाल मिट्टी का ट्रैक तैयार किया जाएगा।
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