उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद: 350 करोड़ खर्च करने से भी नहीं रुकी बिजली कटौती
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद: 350 करोड़ खर्च करने से भी नहीं रुकी बिजली कटौती

अजीत कुमार
उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद। हर वर्ष भीषण गर्मी में बिजली कटौती से राहत दिलाने के नाम पर विद्युत निगम करोड़ों का बजट खर्च करता है। बावजूद इसके लोगों को गर्मी शुरू होते ही अंधाधुंध कटौती से जूझना पड़ता है। स्थिति यह हो जाती है कि कई बार रात-दिन बिजली गुल रहती है। बीते वर्ष 350 करोड़ से जिले के तीनों जोन में कार्य किए गए थे, लेकिन कटौती से राहत नहीं मिली। अब इस वर्ष फिर से 240 करोड़ खर्च करने की तैयारी है। हालांकि मार्च तक कार्य पूरे नहीं होने से कटौती से राहत मिलनी संभव नहीं है।
जिले में विद्युत निगम के करीब 11 लाख उपभोक्ता हैं। इन उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति मिल सके इसके लिए पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) ने बिजनेस प्लान 2024-25 के अंतर्गत विद्युत निगम के जोन-एक (शहर), जोन-दो (मोदीनगर, मुरादनगर व लोनी) व जोन तीन (ट्रांस हिंडन क्षेत्र) के लिए ये बजट बीते माह ही पास कर दिया था।लेकिन टेंडर प्रक्रिया होने व माल आने में समय लगने के कारण कार्य सही समय पर शुरू नहीं हो सके। वहीं, मुख्यालय ने विद्युत निगम को 31 मार्च तक सभी कार्य पूरे करने के निर्देश दिए हैं, जिससे लोगों को निर्बाध बिजली मिल सके। विद्युत निगम के एक अधिकारी ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि एक माह में कार्य पूरा करना संभव नहीं है। कम से कम तीन माह लग जाएंगे। यानी मई तक ही कार्य पूरे हो सकेंगे। इससे लोगों को भीषण गर्मी में भी अंधाधुंध बिजली कटौती से जूझना पड़ेगा।
क्या काम होने हैं?
गाजियाबाद में 240 करोड़ से नए ट्रांसफार्मर, क्षमता वृद्धि, फीडरों का विभक्तिकरण, बिजलीघरों की क्षमता वृद्धि, नया बिजलीघर, तार बदलने, पोल बदलने, वीसीबी बदलने समेत तमाम कार्य किए जाएंगे। कुछ क्षेत्रों में कार्य शुरू भी कर दिए गए हैं।
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