दिल्लीभारत

नई दिल्ली: अंग प्रत्यारोपण के मामले में भारत की छलांग

नई दिल्ली: -अंग प्रत्यारोपण के मामले में सिर्फ अमेरिका और चीन ही भारत से आगे

नई दिल्ली, 3 अगस्त : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में, भारत सरकार अंगदान और प्रत्यारोपण को निरंतर सुव्यवस्थित कर रही है ताकि अधिक से अधिक नागरिक इसका लाभ उठा सकें।

यह बात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एनओटीटीओ ) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय अंगदान दिवस के अवसर पर अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर दिल्ली में कही। उन्होंने कहा, हम सफल अंग प्रत्यारोपण सुनिश्चित करने के लिए बुनियादी ढांचे और प्रशिक्षित जनशक्ति की उपलब्धता में सुधार करने के साथ जनहित में दान मानव अंगों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस अवसर पर कार्यवाहक स्वास्थ्य सचिव निवेदिता शुक्ला वर्मा और स्वास्थ्य सेवा महा निदेशक डॉ. सुनीता शर्मा और एनओटीटीओ के निदेशक डॉ. अनिल कुमार भी उपस्थित रहें।

नड्डा ने कहा कि अंगों की विफलता के मामलों में चिंताजनक वृद्धि हो रही है, जो जन स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा है और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर दबाव बढ़ा रही है। हर साल हजारों लोग अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा करते हैं। तत्काल आवश्यकता के बावजूद, प्रत्यारोपण के लिए प्रतीक्षारत रोगियों की संख्या और उपलब्ध दाताओं की संख्या के बीच एक बड़ा अंतर बना हुआ है। यह अंतर इच्छाशक्ति की कमी के कारण नहीं, बल्कि जागरूकता की कमी और मिथकों व भ्रांतियों में निहित झिझक के कारण बना हुआ है।

नड्डा ने कहा कि हमारे देश के अंग प्रत्यारोपण पेशेवरों ने 2024 में 18,900 से अधिक सफल अंग प्रत्यारोपण करके राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है जो किसी एक वर्ष में अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। यह 2013 में 5,000 से भी कम प्रत्यारोपणों की तुलना में एक महत्वपूर्ण छलांग है। अंग प्रत्यारोपण की कुल संख्या के मामले में भारत विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर है और केवल संयुक्त राज्य अमेरिका व चीन से ही पीछे है। नड्डा ने कहा, भारत अपनी अत्याधुनिक शल्य चिकित्सा क्षमताओं और अपने चिकित्सा पेशेवरों के कारण आज हाथ प्रत्यारोपण के मामले में दुनिया में अग्रणी बना हुआ है।

अंगदान संकल्प की संख्या 3 लाख पार
नड्डा ने कहा कि 2023 में आधार नंबर पर आधारित एनओटीटीओ ऑनलाइन प्रतिज्ञा वेबसाइट के शुभारंभ के बाद से, 3.30 लाख से अधिक नागरिकों ने अपने अंगदान का संकल्प लिया है, जो जनभागीदारी का एक ऐतिहासिक क्षण है। प्रतिज्ञा पंजीकरण में यह वृद्धि इस साझा लक्ष्य के प्रति नागरिकों में बढ़ती जागरूकता और समर्पण को दर्शाती है। उन्होंने कहा, प्रत्येक अंगदाता एक मूक नायक है, जिसका निस्वार्थ कार्य दुःख को आशा में और क्षति को जीवन में बदल देता है। एक व्यक्ति हृदय, फेफड़े, यकृत, गुर्दे, अग्न्याशय और आंत दान करके 8 लोगों की जान बचा सकता है। इसके अतिरिक्त, ऊतक दान के माध्यम से अनगिनत लोगों के जीवन में बदलाव लाया जा सकता है।

‘कोटा फैक्ट्री’ सीजन 3: जितेंद्र कुमार की दमदार ड्रामा नेटफ्लिक्स पर आएगी, रिलीज डेट सामने आई

Related Articles

Back to top button