उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा में गर्मी ने छुड़ाए शहरवासियों के पसीने, बिजली की बढ़ी ज्यादा डिमांड
उत्तर प्रदेश, नोएडा: नोएडा में गर्मी ने छुड़ाए शहरवासियों के पसीने, बिजली की बढ़ी ज्यादा डिमांड

अमर सैनी
उत्तर प्रदेश, नोएडा। भीषण गर्मी में बिजली की मांग और खपत बढ़ी है। बीते वर्ष के मुकाबले इस बार 100 मेगावाट अतिरिक्त बिजली की मांग दर्ज की गई है। आगे के दिनों में यह खपत और बढ़ने का अनुमान है। मौजूदा समय में बिजली की मांग 2600 मेगावाट तक पहुंच गई है, जो बीते वर्ष के सर्वाधिक 2500 मेगावाट के रिकार्ड को पीछे छोड़ चुकी है।
बिजली निगम के अधिकारियों के अनुसार आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ने आशंका है। जिसके चलते मांग में और इजाफा होने की उम्मीद है। बीते पांच वर्षों में बिजली की मांग में करीब 40 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जिसका सबसे बड़ा कारण शहर के बढ़ते शहरीकरण और औद्योगिक गतिविधियों में बढ़ोतरी को माना जा रहा है। वर्ष 2020 में नोएडा में बिजली की मांग करीब 1600 मेगावाट थी। 2025 में यह बढ़कर 2600 मेगावाट तक पहुंच गई है। इस तेज वृद्धि के पीछे कई कारण हैं। नोएडा में तेजी से बढ़ रही जनसंख्या, नए आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं का विकास, और गर्मी के मौसम में एयर कंडीशनर जैसे बिजली उपकरणों का अत्यधिक उपयोग प्रमुख हैं। इसके अलावा, औद्योगिक क्षेत्रों में बढ़ती गतिविधियों ने भी बिजली की खपत को बढ़ाया है। विद्युत नगरीय वितरण खंड के अधिकारियों का कहना है कि मांग में इस वृद्धि को पूरा करने के लिए विभाग ने पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं, नगरीय विद्युत वितरण के कर्मचारियों का बुरा हाल है। स्थानीय विद्युत इंफ्रास्ट्रक्चर के कमजोर होने के कारण पर्याप्त बिजली मौजूद होने के बावजूद उपभोक्ताओं को ट्रिपिंग और बिजली कटौती जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कुछ क्षेत्रों में बिजली कटौती की अधिक शिकायतें भी सामने आ रही हैं, जिसे दूर करने के लिए विभाग लगातार काम कर रहा है।