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Noida Hospital Blast: नोएडा सेक्टर 66 के मार्क हॉस्पिटल में लगातार दो दिन ब्लास्ट, सुरक्षा नियमों की अनदेखी का खुलासा

Noida Hospital Blast: नोएडा सेक्टर 66 के मार्क हॉस्पिटल में लगातार दो दिन ब्लास्ट, सुरक्षा नियमों की अनदेखी का खुलासा

रिपोर्ट: अमर सैनी

नोएडा के सेक्टर 66 स्थित मार्क हॉस्पिटल में लगातार दो दिन ब्लास्ट होने की घटनाओं ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार, इस अस्पताल का निर्माण तीन मंजिला किया गया था, जबकि इसके ऊपर से हाईटेंशन बिजली की लाइन गुजर रही थी। नियमों और सुरक्षा मानकों की पूरी अनदेखी करते हुए इस क्षेत्र में इतना बड़ा अस्पताल बना दिया गया, जिससे मरीजों और आसपास के लोगों के लिए खतरा बढ़ गया।

हॉस्पिटल के निर्माण के दौरान यह देखा गया कि हाईटेंशन लाइन के बिल्कुल नीचे अस्पताल का निर्माण किया गया, जो पूरी तरह से असुरक्षित माना जाता है। विशेषज्ञों और अधिकारियों का कहना है कि फायर विभाग ने इस अवैध निर्माण को NOC कैसे जारी किया, यह एक बड़ा सवाल है। इसके अलावा, नोएडा प्राधिकरण और स्वास्थ्य विभाग भी इस मामले में आंखें मूँदकर बैठे रहे, जिससे यह साफ होता है कि सिस्टम लंबे समय तक इस खतरे को अनदेखा करता रहा।

दो दिन लगातार ऑक्सीजन ब्लास्ट की घटनाओं के बाद कल रात अस्पताल को सील कर दिया गया। इस गंभीर घटना ने यह साबित किया कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की जाती, तो किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता था। बिजली विभाग ने भी इस मामले में कहा है कि अस्पताल के खिलाफ नोटिस जारी किया जाएगा और नियमों के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मुख्य अभियंता गौतमबुद्धनगर संजय कुमार जैन ने कहा कि यह मामला सुरक्षा नियमों की अनदेखी और प्रशासनिक लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण है। अस्पताल का निर्माण, इसकी ऊँचाई और आसपास की हाईटेंशन लाइन के खतरों को देखते हुए समय रहते सही कदम नहीं उठाए जाने से मरीजों और स्टाफ की जान खतरे में पड़ गई। यह घटना नोएडा में स्वास्थ्य सुरक्षा और निर्माण नियमों के पालन की सख्त आवश्यकता को उजागर करती है। प्रशासन और संबंधित विभागों को चाहिए कि ऐसे मामलों में भविष्य में शून्य सहनशीलता नीति अपनाई जाए और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त न की जाए।

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