Noida Elevated Road : एलिवेटेड रोड परियोजना पटरी पर आने का इंतजार, सिंचाई विभाग से एनओसी में देरी

Noida Elevated Road : एलिवेटेड रोड परियोजना पटरी पर आने का इंतजार, सिंचाई विभाग से एनओसी में देरी
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर लगातार बढ़ते वाहन दबाव और गंभीर यातायात समस्या को देखते हुए यमुना पुश्ते पर 29 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड बनाने की योजना पर काम चल रहा है। यह एलिवेटेड रोड सेक्टर-94 से शुरू होकर सेक्टर-150 तक बनेगी और आगे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे तथा यमुना एक्सप्रेसवे से कनेक्ट होगी। लेकिन इस महत्वाकांक्षी परियोजना का काम अभी कागज़ पर ही अटका हुआ है क्योंकि सिंचाई विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) प्राप्त नहीं हो सका है।
प्राधिकरण अधिकारियों के अनुसार, एनओसी के लिए करीब तीन महीने पहले सिंचाई विभाग से औपचारिक रूप से आवेदन किया गया था, लेकिन अब तक कोई लिखित जवाब नहीं आया है। बीच में सिंचाई विभाग की ओर से कुछ अतिरिक्त जानकारियाँ मांगी गई थीं जो उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। विभागीय अधिकारियों ने मौखिक रूप से पुश्ते के ढांचे को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई है, जिसके आधार पर एनओसी पर विचार चल रहा है। हालांकि आवेदन को अस्वीकृत भी नहीं किया गया है।
जानकारी के अनुसार, इस परियोजना को नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में मंजूरी मिल चुकी है और दूसरी ओर एक्सप्रेसवे को नेशनल हाईवे घोषित करने का प्रस्ताव पीडब्ल्यूडी के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजा गया है। यदि इसे नेशनल हाईवे का दर्जा मिल जाता है, तो आगे निर्माण कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के माध्यम से पूरा किया जाएगा। प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि एनओसी और अन्य तकनीकी मुद्दों पर शासन स्तर पर बैठक प्रस्तावित है, जिसके बाद आगे की प्रक्रिया तेज गति से आगे बढ़ेगी।
यमुना पुश्ते की मौजूदा स्थिति बदहाल
एलिवेटेड रोड का निर्माण आने वाले समय में होना है, लेकिन फिलहाल यमुना पुश्ता अपनी बेहद खराब स्थिति को लेकर सुर्खियों में है। सड़क जगह-जगह टूटी हुई है, कई स्थानों पर 50 मीटर तक सड़क पूरी तरह गायब हो चुकी है और बड़े-बड़े गड्ढों ने वाहन चालकों का जीना मुश्किल कर दिया है। सड़क की दुर्दशा के कारण वाहन चालक इस मार्ग का उपयोग करने से बचते हैं और एक्सप्रेसवे का विकल्प चुनते हैं, जिससे ट्रैफिक का दबाव और बढ़ जाता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क की मरम्मत होने पर भी एक्सप्रेसवे की जाम समस्या में बड़ी राहत मिल सकती है। इतना ही नहीं, पुश्ते पर स्ट्रीट लाइट की स्थिति भी बहुत खराब है। लाइटें रात में रोशन नहीं होती, जिससे अंधेरा और हादसे का खतरा बढ़ जाता है।
एयरपोर्ट शुरू होने से पहले सड़क निर्माण की मांग तेज
नागरिकों का मानना है कि इस प्रोजेक्ट पर काम बहुत पहले शुरू हो जाना चाहिए था, खासकर इसलिए क्योंकि जेवर एयरपोर्ट के अगले महीने चालू होने की उम्मीद है। एयरपोर्ट के संचालन के बाद एक्सप्रेसवे पर वाहनों का प्रवाह कई गुना बढ़ सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, एलिवेटेड रोड का निर्माण शुरू करने में कम से कम एक वर्ष और पूरा होने में तीन से पांच वर्ष का समय लग सकता है। इस स्थिति में अगले 6-7 साल तक नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर भारी जाम की समस्या बनी रह सकती है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि जब तक एलिवेटेड रोड का निर्माण शुरू नहीं होता, तब तक पुश्ते पर मौजूदा सड़क को तुरंत दुरुस्त किया जाना चाहिए, ताकि लोग सुरक्षित रूप से यात्रा कर सकें।
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