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Noida CEO Inspection: नोएडा सीईओ डॉ. लोकेश एम का औचक निरीक्षण, सड़क मरम्मत और सफाई अव्यवस्था पर कड़ा रुख—सुपरवाइज़र का एक माह का वेतन रोका

Noida CEO Inspection: नोएडा सीईओ डॉ. लोकेश एम का औचक निरीक्षण, सड़क मरम्मत और सफाई अव्यवस्था पर कड़ा रुख—सुपरवाइज़र का एक माह का वेतन रोका

नोएडा। नोएडा शहर की बुनियादी सुविधाओं और नागरिक सेवाओं में सुधार के उद्देश्य से नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. लोकेश एम ने मंगलवार को शहर के कई महत्वपूर्ण इलाकों का विस्तृत निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सड़कों की स्थिति, गड्ढों की मरम्मत, उद्यान विभाग के कार्य, ट्रैफिक व्यवस्था और सफाई तंत्र का मौके पर ही आकलन किया। कई स्थानों पर सफाई व्यवस्था बेहद खराब तथा सड़कों पर गड्ढे पाए जाने के बाद सीईओ ने संबंधित विभागों को फटकार लगाई और तुरंत प्रभाव से सुधारात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान डॉ. लोकेश एम सेक्टर-128 गोलचक्कर, एक्सप्रेस-वे के समानांतर 45 मीटर चौड़ी सड़क, सेक्टर-128 से सेक्टर-150 तक की सड़क तथा सेक्टर-153 गोलचक्कर पहुंचे। उन्होंने सेक्टर-128 गोलचक्कर पर बन रहे मैसूर क्लॉक टावर के निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी ली और उद्यान विभाग को निर्देश दिया कि निर्माण को किसी भी परिस्थिति में अगले 10 दिनों में पूरा कर संचालन के लिए तैयार किया जाए। सीईओ ने यह भी कहा कि प्राधिकरण के किसी भी विकास कार्य में अनावश्यक देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इसी क्रम में उन्होंने सेक्टर-132 गोलचक्कर पर पीक आवर्स में होने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या का गंभीरता से संज्ञान लिया। उन्होंने गोलचक्कर की रोटरी की चौड़ाई कम करने, सड़क और सर्विस रोड की चौड़ाई बढ़ाने के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर तत्काल प्रस्तुत करने के निर्देश दिए, ताकि दैनिक यातायात बाधित न हो और क्षेत्र के निवासियों को राहत मिले।

सड़क निरीक्षण के दौरान कई मार्गों पर गड्ढे पाए जाने पर सीईओ ने अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए निर्देश दिया कि सभी गड्ढों को 24 घंटे के भीतर भर दिया जाए और कार्य की रिपोर्ट व्यक्तिगत रूप से प्रस्तुत की जाए।

सबसे गंभीर अव्यवस्था सेक्टर-135 सिंचाई नाले से ग्राम छपरौली और सेक्टर-167 तक के मार्ग पर पाई गई, जहां सफाई व्यवस्था अत्यंत दयनीय थी। इस पर सीईओ ने सख्त नाराजगी जताते हुए संबंधित सफाई सुपरवाइज़र का एक माह का वेतन रोकने का आदेश दिया और स्वास्थ्य निरीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा। साथ ही निर्देश दिया कि दो दिनों के भीतर पूरे मार्ग की संपूर्ण सफाई कर रिपोर्ट पत्रावली सहित प्रस्तुत की जाए।

निरीक्षण के दौरान नोएडा प्राधिकरण के उप महाप्रबंधक (सिविल) विजय रावल, निदेशक (उद्यान) आनंद मोहन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सीईओ ने कहा कि शहर की मरम्मत और सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही जारी रहेगी और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं देने में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।

ममूटी ने कहा कि उन्हें ‘मेगास्टार’ की उपाधि पसंद नहीं है, उन्हें लगता है कि उनके जाने के बाद लोग उन्हें याद नहीं रखेंगे

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