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नोएडा प्राधिकरण में 200 करोड़ एफडी की धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड समेत दो गिरफ्तार

नोएडा प्राधिकरण में 200 करोड़ एफडी की धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड समेत दो गिरफ्तार

अमर सैनी

नोएडा। नोएडा पुलिस ने बहुत बड़ी कामयाबी हासिल की है। नोएडा प्राधिकरण की 200 करोड़ रुपये की फिक्स डिपोजिट (एफडी) के नाम पर 3.90 करोड़ रुपये निकालकर दूसरे खातों में ट्रांसफर करने वाले मन्नू भोला को गिरफ्तार कर लिया गया है। मन्नू भोला पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। उसके साथ त्रिदिव दास को भी पुलिस ने दिल्ली के कबीर पैलेस होटल से पकड़ा था। आरोपियों से पूछताछ करने पर पता चला है कि नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी और बैंक के कर्मचारियों की मिलीभगत हो सकती है। इस मामले की भी जांच की जा रही है। आरोपी मन्नू भोला की गिरफ्तारी के बाद नोएडा प्राधिकरण में हड़कंप मचा हुआ है।

डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पुलिस पूछताछ में मनू भोला और त्रिदिव ने बताया कि उन्होंने और उनके साथियों ने मिलकर 200 करोड़ रुपए की फर्जी एफडी तैयार की थी। उनका मकसद इस रकम को दूसरे खातों में ट्रांसफर करना था। 3.90 करोड़ रुपये ट्रांसफर करवा लिए, लेकिन बैंक ने 9 करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन को फ्रीज कर दिया। इस धोखाधड़ी से मन्नू को करीब 50 लाख रुपये मिले। बाकी रकम अन्य साथियों ने बांट ली। पूरी धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए दस्तावेज त्रिदिव दास ने तैयार किए थे। दस्तावेज इतने असली लग रहे थे कि बैंक और अथॉरिटी के अधिकारी भी धोखा खा गए। इसके अलावा फर्जी मेल आईडी का भी इस्तेमाल किया गया, जिसके जरिए बैंक और अथॉरिटी के बीच संवाद हुआ। अन्य सरकारी विभागों में भी किया प्रयास मन्नू भोला और उसके साथियों ने दो साल पहले रांची, गोरखपुर और गुवाहाटी में भी सरकारी विभागों की एफडी में धोखाधड़ी करने का प्रयास किया था, लेकिन वहां वे सफल नहीं हुए।

मर्चेंट नेवी में काम कर चुका है मास्टरमाइंड
डीसीपी शक्ति मोहन ने बताया कि मन्नू भोला पहले मर्चेंट नेवी में काम कर चुका है। उसके खिलाफ पश्चिम बंगाल में भी मामले दर्ज हैं। हवाला कारोबार में उसके गहरे संबंध हैं और लेनदेन करने का अधिकार उसे ही था। उसके चार बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। पुलिस ने मनू भोला के पास से 14 डेबिट और क्रेडिट कार्ड बरामद किए हैं। इसके अलावा असम के सरकारी विभागों से जुड़े 115 अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।

जानिए पूरा मामला
4 जुलाई 2023 को मनोज कुमार ने सेक्टर-58 थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। नोएडा विकास प्राधिकरण ने सेक्टर-62 स्थित बैंक ऑफ इंडिया में 200 करोड़ रुपये की एफडी कराने के लिए 21 जून 2023 को पत्र भेजा था। बैंक ने 100-100 करोड़ रुपये की दो एफडी की मूल कॉपी 26 जून को प्राधिकरण को भेज दी। प्राधिकरण ने एफडी की पुष्टि के लिए 3 जुलाई को बैंक से संपर्क किया तो पता चला कि एफडी बनी ही नहीं। बल्कि 30 जून को 3.90 करोड़ रुपए दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिए गए और 9 करोड़ रुपए और ट्रांसफर करने की कोशिश की गई। बैंक ने समय रहते ट्रांजेक्शन फ्रीज कर दिया।

पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं साथी
पुलिस जांच में पता चला कि बैंक में प्राधिकरण का खाता संभालने वाले अब्दुल खादर को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अन्य आरोपी राजेश पांडे, सुधीर, मुरारी और राजेश बाबू को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन मन्नू भोला और त्रिदिव दास तभी से फरार थे।

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