
New Delhi : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने चंपारण जाली नोट मामले में बड़ी गिरफ्तारी की है। एजेंसी ने मोहम्मद फासी उद्दीन को हिरासत में लिया है, जो पाकिस्तान से नेपाल तक फैले जाली नोट नेटवर्क की अहम कड़ी था।
क्या है मामला?
NIA की जांच में पता चला है कि पाकिस्तान में बैठे हैंडलर सलमान मोहम्मद को क्रिप्टोकरेंसी के जरिए भुगतान किया जा रहा था। आरोपी रक्सौल और नेपाल की कई गुप्त यात्राएं जाली नोटों की तस्करी के लिए कर रहा था।
कितना बड़ा है नेटवर्क?
यह मामला योजनाबद्ध आर्थिक युद्ध का हिस्सा है, जिसे पूरी गोपनीयता और नफ़रत के साथ अंजाम दिया जा रहा था। दिसंबर 2024 में ₹1.95 लाख के उच्च गुणवत्ता वाले जाली नोटों की बरामदगी हुई थी।
NIA की कार्रवाई
अब तक पांच आरोपी गिरफ्त में आ चुके हैं। NIA की कार्रवाई जारी है, ताकि इस पूरे नेटवर्क को नेस्तनाबूद कर भारत की मुद्रा, अर्थव्यवस्था और संप्रभुता की रक्षा की जा सके।